कोरोना डेथ ऑडिट, 80 फीसद मरीजों में थी अन्य बीमारिया
दूसरी लहर हुई सुस्त, मरीजों की संख्या घटी
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जिला हुआ अनलॉक, अब भी नियमों का पालन बेहद जरूरी
अमरावती/दि.21 – जिले में कोविड संक्रमण के चलते अब तक कुल 1 हजार 540 मरीजों की मौत हुई है. जिसमें से 80 फीसद मरीज संक्रमण की चपेट में आने से पहले अन्य बीमारियों से पीडित थे. जिसमें डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, हृदयरोग, कर्करोग व किडनी संबंधी बीमारिया रहनेवालों का प्रमाण काफी अधिक था. ऐसी जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये गये डेथ ऑडिट में सामने आयी है.
बता दें कि, अमरावती जिले में कोविड संक्रमण के चलते पहली मौत 4 अप्रैल 2020 को शहर के हाथीपूरा परिसर निवासी मरीज की हुई थी. इसके साथ ही अप्रैल माह में 10 मरीजों की इस संक्रमण के चलते मौत हुई. पश्चाम मई माह में 5, जून में 9, जुलाई में 40, अगस्त में 74, सितंबर में 154, अक्तूबर में 72, नवंबर में 14, दिसंबर में 18, जारी वर्ष के जनवरी माह में 22, फरवरी में 92, मार्च में 164, अप्रैल में 410, मई में 289 तथा जारी जून माह के 19 दिनों में 72 मरीजों की मौत हुई है.
जारी वर्ष के फरवरी माह से शुरू हुई कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान 70 हजार से अधिक संक्रमित मरीज पाये गये और इस दौरान 1 हजार से अधिक मरीजों की मौेत हुई. इन मृतक मरीजों में से 80 फीसद मरीज पहले से विभिन्न बीमारियों से पीडित थे. ऐसा स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये गये डेथ ऑडिट में पता चला है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि, लक्षण दिखाई देने के बावजूद बुखार को बर्दाश्त करने और कोविड टेस्ट कराने में विलंब करने की वजह से कई मरीजों की स्थिति गंभीर हुई और उनके फेफडों तक संक्रमण जा पहुंचा. यह स्थिति बहुविध बीमारियों से पीडित मरीजों के लिए काफी खतरनाक साबित हुई. हालांकि प्रशासन द्वारा एएनएम व आशा वर्कर्स पथकों के जरिये कोमार्बिडीटी से पीडित मरीजों की खोज हेतु घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया गया और ऐसे मरीजों को स्वास्थ्य का खयाल रखने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन भी किया गया, लेकिन इसके बावजूद कोविड संक्रमण की दूसरी लहर ने जिले में जबर्दस्त कहर ढाया. वहीं अब तीसरी लहर आने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इस तीसरी लहर पर समय रहते नियंत्रण पाने और अब कोविड संक्रमण की वजह से किसी की मौत नहीं होने देने हेतु तमाम आवश्यक कदम उठाये जा रहे है.
किस बीमारी के कितने मरीज
मधुमेह – 780
बीपी – 542
किडनी – 94
अन्य – 124
आयुगुट निहाय महिला व पुरूष मृतकों के आंकडे (16 जून तक)
पुरूष आयुगुट महिला
01 0 से 10 01
02 10 से 20 02
16 21 से 30 09
76 31 से 40 30
139 41 से 50 78
233 51 से 60 141
291 61 से 70 145
200 71 से 80 72
69 81 से 90 20
08 91 से अधिक 01
महिनानिहाय मृतकों की संख्या
अप्रैल 2020 – 10
मई – 5
जून – 9
जुलाई – 40
अगस्त – 74
सितंबर – 154
अक्तूबर – 72
नवंबर – 14
दिसंबर – 18
जनवरी 2021 – 22
फरवरी – 92
मार्च – 164
अप्रैल – 410
मई – 289
जून (19 जून तक) – 72
70 फीसदी मृतक शुगर व बीपी से पीडित थे
जिले में कोविड संक्रमितों की मौत के बाद किये गये ऑडिट में पता चला कि, 70 फीसदी मरीजों को डायबिटीज व हाई ब्लडप्रेशर जैसी बीमारिया थी. इन मरीजों की रोग प्रतिकारक क्षमता बेहद कम रहती है और किसी भी तरह का संक्रमण होने के बाद यदि समय रहते सतर्कता नहीं बरती गई, तो स्वास्थ्य संबंधी स्थिति गंभीर हो सकती है. कई मरीजों के फेफडों तक कोविड वायरस का संक्रमण पहुंच जाने की वजह से उनकी मौत होने के मामले सामने आये. इसके अलावा कई अन्य मृतक कोविड संक्रमण की चपेट में आने के पहले से हृदयरोग व किडनी संबंधी बीमारियों से पीडित थे.
इलाज के पहले 24 घंटे में 78 मरीजोें की मौत
कोविड संक्रमण के लक्षणों की अनदेखी करना कई मरीजों पर काफी भारी पडा और ऐसे 78 मरीजों की अस्पताल में भरती कराये जाने के बाद पहले 24 घंटों के दौरान मौत हुई. इनमें सभी बुजुर्ग नागरिकों का समावेश रहा. वहीं इलाज जारी रहते हुए एक से दो दिन के दौरान 92, तीन से सात दिन के दौरान 857 और इससे अधिक दिनों के इलाज दौरान 514 मरीजों की मौत हुई है.