अमरावती

ग्रामीण इलाकों में रफ्तार पकड रहा कोरोना

कांटेक्ट ट्रेसिंग केवल नाममात्र

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२कोरोना की स्थिति शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में दिनों दिन ज्यादा विकट होती चली जा रही है. होम आयसोलेशन शहर में कोरोना जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. शहर में महापालिका ने मोबाइल पथक शुरु किए है. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच में मरीजों के संपर्क मेें आए नागरिकों की ट्रेसिंग करने का प्रमाण कम होने की वजह से कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ रहा है. टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट इस प्रकार से त्रिसूत्री के माध्यम से कोरोना महामारी को मात किया जा सकता है.
किंतु शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य यंत्रणा कम पड रही है. परिणामस्वरुप मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं दिखाई दे रहा है. यहां मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर व त्रिसूत्री नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है. जिसमें अब ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभागों को कडे कदम उठाने की आवश्यकता है.

  • ग्रामीण परिसर में वॉच अपेक्षित

जिला व तहसील के प्रमाण में ही गांव स्तर पर भी कोरोना नियंत्रण दक्षता समिति है. समिति में सरपंच, पुलिस पाटिल, पटवारी, ग्रामसेवक, कोतवाल का समावेश है. यह समिति बाहर से आनेवाले नागरिकों पर वॉच रखने का काम करती है इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मचारी व आशा सेविकाओं द्बारा भी नियंत्रण रखा जाए.

  • कांटे्रक्ट टे्रसिंग बढाने की आवश्यकता

गांव स्तर पर कोई व्यक्ति पॉजीटीव पाया गया तो वहां कांटे्रक्ट टे्रसिंग किया जाता है. तहसील स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाडी सेविका, आशा सेविका कांटे्रक्ट ट्रेनिंग के लिए जांच अभियान पूर्ण करते समय स्वास्थ्य विभाग की यंत्रणा कम पड रही है. जिसमें अब मनुष्य संसाधन बढान की आवश्यकता है.

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