अमरावती

राजुरा बाजार में कोरोना संक्रमित मरीजों ने बढायी चिंता

प्रशासन की ओर से उपाय योजनाएं नहीं किये जाने का आरोप

वरुड/प्रतिनिधि दि.२४ – तहसील में कोरोना का प्रकोप बढ गया है. यहा पर कोरोना से मरने वाले लोगों का आंकडा भी तेजी से बढ रहा है. राजुरा बाजार में कोरोना संक्रमित मरीज पाने जाने पर प्रशासकीय यंत्रणा की लचर कार्यप्रणाली सामने आ रही है. प्रशासन की ओर से कडी उपाय योजनाएं नहीं किये जाने का आरोप पूर्व पस उपसभापति दिलीप भोंडे ने लगाया है.
अप्रैल महीने की शुरुआत से तहसील में कोरोना प्रादुर्भाव शुुरु हुआ. रोजाना मरीजों की संख्या बढती जा रही है. परिसर में मुख्य बडा बाजार होने की वजह से व अस्पताल, बैंक, पतसंस्था, महावितरण कार्यालय के वजह से हर रोज विविध गांव के सैकडों नागरिक यहां आवागमन करते है. कोरोना की पार्श्वभूमि पर स्वास्थ्य यंत्रणा, स्थानीय ग्राम पंचायत समिति, जिला परिषद की ओर से बाजार बंद करने हेतु किसी प्रकार की हलचल नहीं की गई.
यहां के अस्पताल भी फुल्ल है जिसकी वजह से मरीज अपने घर पर ही उपचार कर रोग फैला रहे है. कोरोना जांच की रिपोर्ट जल्दी आती नहीं गांव को सैनिटाइज नहीं किया जाता, कोरोना के संदर्भ में ना ही गांव में जनजागृति की जा रही है, कोरोना रोकथाम के लिए किसी भी प्रकार की उपाययोजना भी यहां नहीं चलायी जा रही है जिसकी वजह से गांव वासियों में दहशत निर्माण हो रही है. स्थानीय प्रशासन द्बारा भी उचित कदम नहीं उठाए जा रहे है. ऐसे आरोप पूर्व पस उपसभापति दिलीप भोंडे ने लगाए है.

फिलहाल राजुरा बाजार गांव में लगभग 50 एक्टिव पॉजीटीव मरीज है. जांच के लिए पिछले दो तीन दिनों से कोरोना जांच के लिए कैम्प लगाया गया है. पॉजीटीव मरीजों के संपर्क में आनेवाले लोगों की जांच करना आवश्यक है. बार-बार हाथ धोए, मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले, आवश्यक काम से ही बाहर निकले, त्रिसूत्रीय नियमों का पालन करे. ऐसी प्रतिक्रिया राजुरा बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारी शुभा शेलके ने व्यक्त की है.

गांव में ग्रामवासियों व व्यवसायियों के लिए कोरोना जांच शिविर लगाए गए है. नियमित नालियों की साफ सफाई की जा रही है तथा पॉजीटीव मरीजों के घर भेंट देकर मार्गदर्शन किया जा रहा है. संबंधित एरिया में कंटनमेंट जोन बनाकर नियमित औषधियों का छिडकाव किया जा रहा है साथ ही स्वच्छता समिति की सभा लेकर जिलाधिकारी द्बारा दिए गए आदेशों का पालन किया जा रहा है. गांव में शुुरुआत में पॉजीटीव मरीज पाए जाने के पश्चात पांच दिनों तक मार्केट बंद कर दिया था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी औषधोपचार व मार्गदर्शन कर रहे है नागरिक सर्तक रहे और त्रिसूत्री नियमों का पालन करे, अनावश्यक भीड टाले ऐसा आहवान गांव के सरपंच निलेश धुर्वे ने किया है.

वरुड तहसील में सर्वाधिक पॉजीटीव मरीज वर्तमान स्थिती में राजुरा बाजार गांव में है. मुख्य बाजार का गांव अब कोरोना महामारी के लिए प्रसिद्ध हो चुका है. स्थानीय ग्राम पंचायत यंत्रणा विधायक देवेन्द्र भुयार तथा जिला परिषद सदस्यों का गांव की ओर दुर्लक्ष है. ग्राम विकास अधिकारी निरंतर अनुपस्थ्ति रहते है और वे एक्टिव भी नहीं है. गांव में तत्काल उपाय योजना की आवश्कता है अन्यथा पूरा गांव कोरोना की चपेट में आ जाएगा ऐसी प्रतिक्रिया पंचायत समिति के पूर्व उपसभापति दिलीप भोंडे ने दी है.

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