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एक माह पूर्व २० दिन में दोगुनी संख्या होने का था खतरा
अमरावती/दि.२७ – सितंबर माह में कोरोना संक्रमितों का डबलिंग रेट यानी दोगुनी संख्या होने में औसत १५ से २० दिन लग रहे थे और संक्रमितों की संख्या बडी तेजी से बढ रही थी. लेकिन अब डबलिंग रेट १५०.९ हो गया है. यानी अब कोरोना संक्रमितों की संख्या को दोगुना होने में १५१ दिन लगेंगे. यह जिले के हिसाब से काफी राहतवाली बात है, क्योंकि जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी नियंत्रण में है. ऐसे में दशहरा व दीपावली जैसे पर्वों पर काफी हद तक चैतन्यमयी वातावरण दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, कोरोना संक्रमितों की संख्या कितने दिनों में दोगुनी हो रही है, इसे देखते हुए यह अंदाज लगाया जाता है कि, आगामी कितने दिनों में मौजूदा संख्या दोगुनी हो सकती है. इसे डबलिंग रेट कहा जाता है और इसी आधार पर हॉस्पिटल, बेड संख्या, ऑक्सिजन, वेंटिलेटर व दवाई आदि सभी बातों का नियोजन किया जाता है. सितंबर माह के मध्य में पंद्रह दिन और सितंबर माह के अंत तक ३९ दिन का डबलिंग रेट रहने की वजह से स्थानीय प्रशासन की चिंताएं काफी बढ गयी थी और संभावित संख्या को देखते हुए तमाम आवश्यक इंतजाम किये जा रहे थे.
बता दें कि, जिले में कोरोना का सबसे पहला मरीज शहर के हाथीपूरा परिसर में पाया गया था. जिसके बाद अगले २०५ दिनों में यानी अब तक १५ हजार ९७७ कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा चुके है. इस प्रमाण के अनुसार जिले में रोजाना ७९ कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. अमरावती में १६ मई को कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ने १०० के आंकडे को पार किया. जिसके बाद २९ मई को यह संख्या २०२ पर पहुंची, यानी १३ दिनों में दोगुनी हुई. पश्चात १९ जून को यह आंकडा ४०६ पर जा पहुंचा. यानी संख्या को दोगुना होने में २१ दिन लगे. इसके बाद ११ जुलाई को कोरोना संक्रमितों की संख्या ८२० पर पहुंची. इस बार इस संख्या को दोगुना होने में २२ दिन लगे. वहीं इसके बाद मात्र अगले १३ दिनों में यानी २४ जुलाई को कोरोना संक्रमितों की संख्या १ हजार ६०८ पर पहुंची. और यहां से कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने जबर्दस्त उछाल भरना शुरू किया. जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या ११ अगस्त को ३ हजार २०९ पर पहुंच गयी थी और इस बार मरीजों की संख्या को दोगुना होने में मात्र १८ दिन लगे थे. वहीं अगले २४ दिनों के भीतर यानी ४ सितंबर को ये संख्या दोगुनी होकर ६ हजार ४०९ पर जा पहुंची. पश्चात २५ सितंबर को यह संख्या १२ हजार २३३ पर जा पहुंची, यानी इस बार संख्या को दोगुना होने में मात्र २१ दिन लगे. वहीं अब एक महिने बाद २६ अक्तूबर तक कोरोना संक्रमितों की संख्या १६ हजार पर पहुंची है. ऐसे में माना जा रहा है कि, मरीजों का डबलिंग रेट यानी संख्या के दोगूना होने की रफ्तार अब कम हो गयी है.
३३७ मरीज, १३८६ बेड, १०४९ बेड रिक्त
जिले में सितंबर माह के दौरान कोरोना संक्रमण बढने के चलते महज एक माह के भीतर आठ से दस निजी कोविड अस्पतालों को अनुमति दी गई. लेकिन अब मरीजों की संख्या में कमी आने के चलते इन अस्पतालों में सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई देने लगा है और दो दिन पूर्व तो दो निजी कोविड अस्पताल बंद भी हो गये है. इस समय जिले के १७ कोविड अस्पतालों में १ हजार ३८६ बेड उपलब्ध है. जहां इस समय केवल ३३७ मरीजों का इलाज चल रहा है और १ हजार ४९ बेड रिक्त पडे है. इसके अलावा कई एसिम्टोमैटिक मरीजों का उनके घर पर ही होम आयसोलेशन के तहत इलाज किया जा रहा है.
२०५ दिनों में मरीजों की संख्या १६ हजार पर
जिले में सोमवार को २० नये संक्रमित मरीज पाये जाने से कुल संक्रमितों की संख्या १५ हजार ९७७ यानी १६ हजार के मुहाने पर पहुंच गयी है. कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिले में १ लाख ६ हजार ४३५ लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई और ९५ हजार ५२० लोगों के सैम्पल जांच हेतु भेजे गये. जिसमें से ७९ हजार ८८ सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटीव आयी. वहीं इस दौरान ३६० मरीजों की इस संक्रमण की वजह से मौत हो गयी.
रिकवरी रेट ९२ प्रतिशत
जिले में कोरोना संक्रमण के २०५ दिनों के बाद संक्रमणमुक्त होनेवाले मरीजों का प्रमाण ९१.८० प्रतिशत पर जा पहुंचा है. सोमवार को भी ६९ मरीजों को कोविड अस्पतालों से डिस्चार्ज दिया गया. जिन्हें अब आगामी १४ दिनों तक होम आयसोलेशन के तहत रहना होगा. बता दें कि, जिले में इस समय तक कोरोना मुक्त होनेवाले मरीजों की संख्या १४ हजार ६७७ पर जा पहुंची है. ऐसे में माना जा रहा है कि, जहां एक ओर नये संक्रमित मरीज मिलने का प्रमाण घटा है, वहीं दूसरी ओर इससे पहले कोरोना संक्रमित पाये गये मरीज भी कोविडमुक्त होकर बडे पैमाने पर अपने घर लौट गये है. जिसे जिले के लिहाज से काफी राहतवाली बात माना जा रहा है. इसके साथ ही इन मरीजों के लिए जिला सामान्य अस्पताल एवं पीडीएमसी में पोस्ट कोविड मैनेजमेंट सेंटर भी खोला गया है. ऐसी जानकारी जिला शल्य चिकित्सक द्वारा दी गई है.
अक्तूबर में रिकवरी व डबलिंग रेट का प्रमाण
तारीख रिकवरी रेट डबलिंग रेट डेथ रेट
- १ अक्तूबर ८१.३२ ५१.७ २.१
- ५ अक्तूबर ८३.३० ४७.२ २.१
- १० अक्तूबर ८६.०४ ४७.२ २.१
- १५ अक्तूबर ८९.२९ ९२.२ २.१
- २० अक्तूबर ९०.७७ ९२.२ २.१
- २५ अक्तूबर ९१.९६ १५०.९ २.१
अब भी पॉजीटिविटी का प्रमाण १८.१८ प्रतिशत
इस समय यद्यपि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या घटी है, लेकिन अभी भी संक्रमण का खतरा टला नहीं है. बता दें कि, पहले जहां रोजाना बडे पैमाने पर लोगों की कोरोना टेस्ट हुआ करती थी और उसमें से २० से ३० प्रतिशत मरीज कोरोना संक्रमित पाये जाते थे, वह स्थिति अब भी बरकरार है. इस समय कोरोना टेस्टिंग की संख्या घट गयी है और जितनी टेस्टिंग हो रही है, उसमें से १८ से २० प्रतिशत मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है. बता दें कि, विगत रविवार को दशहरा पर्व रहने के चलते जिले में अधिकांश टेस्ट सेंटर बंद थे. जिसके चलते केवल ११० सैम्पलों की ही जांच हो पायी और इसमें से २० लोगों की रिपोर्ट पॉजीटीव आयी. यह कुल टेस्ट की तुलना में १८.१८ प्रतिशत प्रमाण रहा. ऐसे में कहा जा सकता है कि, कोरोना संक्रमण का खतरा अब भी टला नहीं है.