अमरावती

विदर्भ में तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण

अमरावती, वर्धा, अकोला, यवतमाल और बुलढाणा में दर ज्यादा

मुंबई./दि.१७ – पिछले एक सप्ताह में विदर्भ में सबसे तेजी से कोरोना संक्रमण फैलने के मामले सामने आए है. मंगलवार को राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्बारा जारी आंकडो के मुताबिक अमरावती, वर्धा, अकोला, यवतमाल और बुलढाणा जिलो में कोरोना मरीजों के बढने की दर सबसे ज्यादा रही है. बीते सप्ताह अमरावती जिले में संक्रमितों के बढने की दर सबसे ज्यादा 10.69 फीसदी रही. जिले में 9 फरवरी को कोरोना संक्रमण के 1144 मामले थे जो 15 फरवरी तक बढकर 3090 पहुंच गए. जबकि 4 फरवरी को सक्रीय मरीजों की संख्या सिर्फ 476 थी. नागपुर जिले मे भी कोविड के मामले बीते कुछ दिनों में बढे है, यहां 9 फरवरी को सक्रीय मरीजों की संख्या 3596 थी जो 15 फरवरी तक बढकर 4429 पहुंच गई. वर्धा जिले में भी इसी दौरान मरीजों की संख्या 341 से बढकर 394 हो गई. यहां 4.62 फीसदी की दर से मरीज बढे. इसी दौरान अकोला में सक्रिय 617 और बुलढाणा में 584 से बढकर 838 पहुंच गए. वाशिम, यवतमाल, चंद्रपुर, परभणी, बीड, औरंगाबाद, धुले, जलगांव, अहमदनगर, नाशिक, कोल्हापुर, सातारा, पुणे, रत्नागिरी, रायगढ, पालघर उन जिलो में शामिल है. जहां 9 फरवरी के मुकाबले 15 फरवरी को सक्रिय मरीजों की संख्या ज्यादा थी. इस दौरान मुंबई, ठाणे, सिंधुदुर्ग, सांगली, सोलापुर, नंदुरबार, जालना, लातुर, हिंगोली, नांदेड, उस्मानाबाद, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर जिलो में सक्रिय मरीजों की संख्या घटी है.

  • 56% से ज्यादा ने नहीं लगवाया टीका

पंजीकरण    टीकाकरण       फीसदी
स्वास्थ्यकर्मी            105422       56111          53.48
फ्रंटलाइन कर्मचारी     594471      149944         25.22
कुल                      1649293     714055         43.29

  • इन जिलो में पॅाजिटिव आने की दर सबसे ज्यादा

अमरावती-24.79, अकोला-20.94, नाशिक 16.31, वर्धा-15.63, बुलढाणा-14.79

  • औसत मरीज और मृत्युदर में कमी

मरीज       नए     मरीज      मौत मृत्युदर
दिसंबर               120684    3893   2370          1.96
जनवरी               92177     2973   1561          1.69
फरवरी(15 तक)    43889      2926   470           1.07

  • नागपुर में 20.22% कर्मचरियों को टीका

पुणे में 9 से 15 फरवरी के बीच कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा 3739 नए मामले सामने आए लेकिन कोरोना के टीकाकरण के मामले में जिले के फ्रंटलाइन कर्मचारी सबसे फिसड्डी साबित हुए है. आंकडो के मुताबिक यहां सिर्फ 7.42 फीसदी फ्रंट लाइन कर्मचारियों ने टीका लगवाया जो राज्य में सबसे कम है. औरंगाबाद में भी सिर्फ 11.65 फीसदी फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने टीका लगवाया. नागपुर की स्थिती भी बहुत अच्छी नहीं है यहां भी 35 हजार 301 में से 7139 यानी 20.22 फीसदी कर्मचारियों ने टीका लगवाया. सातारा जिले में सबसे ज्यादा 87.66 फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने टीका लगवाया है. वहीं स्वास्थ्यकर्मियों की बात करें तो यहां टीकाकरण की दर थोडी बेहतर है. भंडारा जिले में सबसे ज्यादा 75.31 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों ने टीके लगवाए. सांगली में सबसे कम 43.09 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों ने टीके लगवाए.

  • मुंबई की महापौर ने दी चेतावनी

फिर लॉकडाउन की तरफ बढ रहे हम लोग
महानगर में कोरोना संक्रमण के बढते मामलों के बीच एक बार फिर सख्त लॉकडाउन का खतरा मंडराने लगा है. मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि यह चिंता की बात है कि लोकल ट्रेनो से सफर कर रहे ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहन रहे है. लोग एहतियात बरते वरना हम एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ रहे है. मंगलवार को मीडिया से बातचीत में पेडणेकर ने कहा कि मंगलवार में फिर लॉकडाउन न लगे यह लोगों के हाथ में है. उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार द्बारा जारी आदेश का पालन करने का आग्रह किया. दरअसल मंबई की लोकल ट्रेनो में सभी को यात्रा की अनुमति मिलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में बढोतरी देखी जा रही है. बीते 5 फरवरी को जहां महानगर में कोरोना के 415 केस थे वहीं 14 फरवरी को यह संख्या बढकर 645 तक पहुंच गई.

  • तेजी से कम हुई बगैर मास्क वालो के खिलाफ कार्रवाई

हालांकि बिना मास्क पहने लोगों पर कार्रवाई की जिम्मेदारी मुंबई महानगर पालिका पर ही है और रेलवे पुलिस इस कार्रवाई में साथ देती है. आंकडो पर नजर डाले तो बिना मास्क पहने यात्रा करने वालो के खिलाफ कार्रवाई में लगातार कमी आ रही है. पश्चिम रेलवे द्बारा जारी आंकडो के मुताबिक आम लोगों के लिए लोकल शुरु होने के बाद पहले दो दिनों यानी एक और दो फरवरी को बिना मास्क पहने 1115 यात्रियों से जुर्माना वसूला गया लेकिन धीरे-धीरे कार्रवाई कम होती गई और बीते रविवार को पश्चिम रेलवे में मास्क न पहनने पर सिर्फ 10 लोगों से जुर्माना वसूला गया. 1 फरवरी से 14 फरवरी तक पश्चिम रेलवे में बिना मास्क सफर करने वाले 2558 लोगों से 3 लाख 28 हजार 500 रुपए जुर्माना वसूला गया है जबकि इसी दौरान मध्य रेलवे में बिना मास्क सफर करने वाले 2060 लोगों ने 1 लाख 21 हजार 600 रुपए जुर्माना वसूला गया है.

  • 43 लाख के पार पहुंचे रोजाना सफर करने वाले यात्री

महानगर की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रनों में आम लोगों का यात्रा में छूट मिलने के बाद यात्रियों की संख्या लगातार बढ रही है. मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी एके जैन ने बताया कि मध्य रेलवे में रोजाना लोकल ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या अब 25 लाख पर पहुंच गई है. कम भीडभाड वाले समय पर आम लोगों का लोकल लोकल ट्रेनों में सफर की इजाजत मिलने के बाद एक फरवरी को मध्य रेलवे से 21 लाख 33 हजार 908 यात्रियों ने सफर किया था और अब यह आंकडा 25 लाख के पार पहुंच गया है. इसके अलावा पश्चिम रेलवे में भी रोजाना करीब 18 लाख यात्री सफर कर रहे है.

 

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