कोरोना ने खोली आंखे, शहर में बढी स्वास्थ्य सुविधाएं
ऑक्सिजन बेड, वेंटिलेटर व ऑक्सिजन प्लांट की सुविधा बढाई गई
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अमरावती/दि.1 – इस समय यद्यपि जिले में कोविड संक्रमण की लहर और असर सुस्त हो गई है, लेकिन इस संक्रमण की दूसरी लहर ने प्रशासन सहित स्वास्थ्य महकमे के नाकों चने चबवा दिये और हर किसी को काफी दौडभाग भी करनी पडी. लेकिन इसका एक सकारात्मक असर यह रहा की इसी के चलते जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ गई और इसका भविष्य में सभी को लाभ होगा.
बता दें कि, अमरावती में पहला कोविड संक्रमित मरीज विगत वर्ष 4 अप्रैल को शहर के हाथीपुरा परिसर में पाया गया था. जिसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण और संक्रमितों की संख्या में इजाफा होना शुरू हुआ और अगस्त माह आते-आते कोविड संक्रमण की पहली लहर शुरू हो गयी, जो सितंबर माह तक रही. इस दौरान जिले में कोविड संक्रमितों के इलाज हेतु सुविधाओं को बढाना शुरू किया गया और दूसरी लहर के मद्देनजर तमाम नियोजन करते समय दिसंबर माह से हर एक सुविधा में वृध्दि की गई. कोरोना से संक्रमित गंभीर स्थितिवाले मरीजों हेतु ऑक्सिजन बेड, आयसीयू व वेंटिलेटर सहित कृत्रिम ऑक्सिजन का रहना बेहद जरूरी है. इस बात के मद्देनजर प्रशासन द्वारा तमाम आवश्यक कदम उठाये गये और जिले में सरकारी व निजी कोविड अस्पतालों में इस समय 1 हजार 150 ऑक्सिजन बेड की सुविधा उपलब्ध है. इसके साथ ही सुपर कोविड अस्पताल, पीडीएमसी अस्पताल तथा दयासागर अस्पताल में ऑक्सिजन निर्मिती प्लांट की भी स्थापना की जा रही है. वहीं इससे पहले इर्विन अस्पताल, सुपर कोविड अस्पताल व पीडीएमसी अस्पताल में विशालकाय लिक्विड ऑक्सिजन टैंक भी स्थापित किये गये है, ताकि ऑक्सिजन की किल्लत का सामना न करना पडे. यहीं वजह रही कि, जब समूचे देश में ऑक्सिजन व ऑक्सिजन बेड को लेकर हाहा:कार मचा हुआ था, तब भी संक्रमण की जबर्दस्त लहर के बावजूद अमरावती जिले में हालात काफी हद तक नियंत्रण में थे और यहां पर स्थानीय मरीजों सहित अन्य जिलों के मरीजोें को भी भरती करते हुए उनका इलाज किया जा रहा था.
वरूड में सर्वाधिक 8,182 संक्रमित
बता दें कि जिले में अब तक कुल 95 हजार 984 कोविड संक्रमित मरीज पाये जा चुके है. जिसमें से ग्रामीण क्षेत्रों के 51 हजार 250 मरीजों का समावेश है. जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती तहसील में 2 हजार 680, भातकुली में 1 हजार 703, मोर्शी में 4 हजार 383, अंजनगांव सुर्जी में 4 हजार 115, अचलपुर में 7 हजार 752, चांदूर रेल्वे में 2 हजार 704, चांदूर बाजार में 3 हजार 648, चिखलदरा में 1 हजार 773, धारणी में 2 हजार 519, दर्यापुर में 3 हजार 26, धामणगांव रेल्वे में 3 हजार 821, तिवसा में 3 हजार 192, नांदगांव खंडेश्वर में 2 हजार 500 तथा वरूड में सर्वाधिक 8 हजार 182 मरीज पाये गये.
मार्च माह से ग्रामीण क्षेत्र में बढे मरीज
जिले में विगत वर्ष पहली लहर के दौरान मनपा क्षेत्र में कोविड संक्रमितों की संख्या काफी अधिक थी. लेकिन मार्च 2021 के बाद शहरी क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या व संक्रमण की रफ्तार कम होनी शुरू हुई. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने लगा. इसमें अचलपुर, अंजनगांव सुर्जी, तिवसा, मोर्शी, वरूड व धारणी आदि तहसीलें कोविड संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट बन गयी. साथ ही इन तहसीलों की सीमा से लगे अन्य जिलों में भी हालात विस्फोटक बन गये.
- कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान बडे पैमाने पर स्वास्थ्य सुविधाएं तैयार की गई यद्यपि अब संक्रमण की रफ्तार कम हो गई है, लेकिन भविष्य में ये सभी सुविधाएं विभिन्न मरीजों के इलाज हेतु काम में ही आयेगी. इन सुविधाओं में ऑक्सिजन बेड, ऑक्सिजन प्लांट, आयसीयू बेड, वेेंटिलेटर, छोटे बच्चों के लिए बेड की व्यवस्था का समावेश है, जो आगे चलकर भी जिलावासियों के काम में आयेंगी.
– शैलेश नवाल
जिलाधीश, अमरावती.
सुविधाएं पहले व अब
निजी अस्पताल 15 17
कोविड सेंटर 19 47
ऑक्सिजन प्लांट 2 16
आयसीयू बेड 180 466
वेेंटिलेटर 35 72