कोरोना ने सार्वजनिक स्वास्थ्य का महत्व सभी विश्व के सामने रखा
जिला शल्यचिकित्सक डॉ.श्यामसुंंदर निकम का प्रतिपादन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.७ – सार्वजनिक स्वास्थ्य के जतन बाबत विश्वभर सभी ओर कहा जाता है. किंतु उस ओर अनेक देशों का दुर्लक्ष हो रहा है. किंतु कोरोना संक्रमण ने सार्वजनिक स्वास्थ्य के जतन का महत्व सभी विश्व के सामने स्पष्ट किया है, ऐसा जिला शल्यचिकित्सक डॉ.श्यामसुंदर निकम ने विश्व स्वास्थ्य दिन की पूर्व संध्या पर बताया.
उन्होंने कहा कि पहिला विश्व स्वास्थ्य दिन 7 अप्रैल 1950 को मनाया गया. स्वास्थ्य, माता व बाल संगोपन तथा पर्यावरण में बदलाव आदि विविध विषयों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनजागृति की है और अनेक देशों को इस समस्या पर उपायों पर अमल करने के लिए प्रवृत्त किया है. उसी कारण मानसिक स्वास्थ्य, माता व बालमृत्यु कम करना, पर्यावरण का समतोल रखना आदि बाबत अनेक राष्ट्रों से तथा विश्व स्तर पर विशेष मुहिम अमल में लायी जाती है. बीमार न रहना इसका अर्थ ‘फीट’ रहना ऐसा नहीं है. डॉ.निकम ने आगे कहा कि अच्छा स्वास्थ्य यानी केवल बीमारी व अथवा अशक्त रहना, ऐसा नहीं है. अच्छा स्वास्थ्य का अर्थ संपूर्ण शारीरिक व मानसिक रुप से स्वस्थ्य रहना है, इस तरह की व्याख्या स्वास्थ्य संगठन ने की है. पिछले सात दशकों से यह संगठना स्वास्थ्य की सही व्याख्या प्रत्यक्ष में लाने के लिए हर वर्ष प्रयास करता है.
अधिकांश गरीब व विकसनशील राष्ट्र आवश्यक संसाधन के अभाव में सार्वजनिक स्वास्थ्य पर बडा खर्च नहीं कर पाते अथवा स्वास्थ्य इस विषय को प्राथमिकता नहीं दी जाती. किंतु कोरोना ने अब सभी को सार्वजिनक स्वास्थ्य का महत्व समझाया है. सार्वजनिक स्वास्थ्य व स्वास्थ्य संस्थाओं की ओर दुर्लक्ष हुआ तो उसके दुष्परिणाम होते है. हर 100 वर्षों से विश्व में महामारी आती है और उसमें करोडों बाधित होते है. लाखों मरते है, यह इतिहास ने दिखा दिया है. जिससे कोरोना के बाद अनेक बदलाव हो रहे है. स्वास्थ्य को प्राथमिकता दिलवाकर अनेक नयी बाते निर्माण की जा रही है.
अच्छा स्वास्थ्य यह हर व्यक्ति का मुलभूत अधिकार है. कोविड महामारी के चलते सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थाओं का कायापलट होने लगा है. जिससे की निचले तबके के व्यक्ति के साथ ही सभी को उच्च दर्जे की स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होगी. विश्व के सभी देशों को यह करना क्रमप्राप्त है. इसमें नागरिकों के सक्रीय सहभाग की भी उतनी ही जरुरत रहने की बात डॉ.निकम ने कही. यह कहते हुए उन्होंने सभी को स्वास्थ्य दिन की शुभेच्छा दी.