अमरावती/प्रतिनिधि दि.२६ – कोरोना जैसी महामारी से अनेकों परिवार उजड गए. उन परिवारों के निराधार बच्चों को महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने हाथ बढाकर मानवता का परिचय दिया है. जिसमें मृतक संजय गोसावी के परिवार को आज आर्थिक सहायता दी गई और साथ ही भविष्य में जरुरत पडने पर और भी सहायता की जाएगी ऐसा महाविद्यालयीन कर्मचारी संगठना के पदाधिकारियों ने गोसावी परिवार से कहा.
अमरावती के सहसंचालक कार्यालय में सहायक लेखाधिकारी पद पर कार्यरत संजय गोसावी की कोरोना महामारी के पश्चात म्यूकर माइकोसिस बीमारी से 6 जून को मौत हो गई थी. संजय गोसावी के निधन के 15 दिनों पूर्व ही उनकी पत्नी का भी कोरोना के चलते निधन हो गया और उनकी दो बेटियो को भी कोरोना हुआ था. कोरोना जैसी भंयकर महामारी का शिकार गोसावी परिवार हुआ था. जिसमें उनके परिवार पर आर्थिक संकट सहित विविध समस्या आन पडी थी.
उनकी दो बेटियों के सामने आर्थिक संकट निर्माण हुआ था. ऐसे में संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ कर्मचारी संगठना ने आगे आकर गोसावी परिवार को सहायता दिए जाने का निर्णय लिया. उसके पश्चात संगठना व्दारा विविध महाविद्यालयों से 80 हजार 103 रुपए की निधि जमा की गई. आज संगठना के विभागीय कार्याध्यक्ष ज्ञानेश्वर बारसकर, जिलाध्यक्ष प्रशांत देशमुख, जिला सचिव प्रफुल्ल धवले की प्रमुख उपस्थिति में गोसावी परिवार की कोमल गोसावी इस छात्रा को सहायता राशि सौंपी गई.
माता-पिता दोनो के ही निधन के पश्चात दोनो ही बेटियां हतबल हो गई थी. मां के निधन के पश्चात पिता की पेंशन भी इन दोनो बेटियों को नहीं मिलने पर शासन से संगठना व्दारा विशेष तौर पर इन्हें पेंशन दिए जाने की मांग भी की गई. इस अवसर पर विविध महाविद्यालयों के शिक्षक कर्मचारी व संगठना के पदाधिकारी उपस्थित थे. संगठना व्दारा आर्थिक सहायता दिए जाने पर गोसावी परिवार ने संगठना का आभार व्यक्त किया.