सही स्ट्रक्चरल कन्स्ट्रुक्शइन को मुलेगी लॉन्ग लाइफ
इंडियन सोसायटी ऑफ स्ट्रक्चरल इंजिनियर्स मुंबई की अमरावती शाखा का दावा
प्रोजेक्ट डायरेक्टर मिलिंद काहाले ने दी जानकारी
अमरावती/दि.17– महानगरो की तरह अमरावती शहर का भी तेजी से विकास होता जा रहा हैं. बढती आबादी के साथ उद्योग व निर्माण क्षेत्र में भी शहर तेजी से बढ रहा हैं. इसी कारण 1974 में मुंबई जैसे महानगर में इंडियन सोसायटी ऑफ स्ट्रक्चरल इंजिनियर्स की स्थापना हुई. अमरावती में भी संगठन के शाखा की एक वर्ष पूर्व स्थापना हुई हैं. इस संगठन का मकसद अच्छा निर्माणकार्य और स्ट्रक्चरल निर्माण को लंबी आयु देना हैं, ऐसी जानकारी इंडियन सोसायटी ऑफ स्ट्रक्चरल इंजिनियर्स की अमरावती शाखा की प्रोजेक्ट डायरेक्टर मिलिंद काहाले ने पत्रकार परिषद में दी.
होटल ग्रैंड महफिल ईन में हुई पत्रकार परिषद में उन्होंने कहा कि, 9 सितंबर 2022 को अमरावती शाखा का गठन हुआ. इस संगठन से 37 अभियंता जुडे हैं. जबकि महाराष्ट्र में 1700 से 1800 सदस्य कार्यरत हैं. आम नागरिक अनेक बार स्थानीय अथवा अकुशल ठेकेदारो से अपना आशियाना बनाते हैं. जिसकी गुणवत्ता व शास्त्रशुद्ध पद्धति का नियोजन न रहने से कुछ वर्ष बाद वह इमारत ढहने लगती हैं. इस नुकसान से कैसे बचा जा सकता हैं. इस बाबत जनजागरण होना आवश्यक हैं. इसलिए स्ट्रक्चरल अभियंताओ का यह संगठन कार्य करेगा. जिसमें स्ट्रक्चरल इंजिनियर की भूमिका, आरसीसी डिझाईन करवाना, पुराने इमारत का नए से निर्माण करते समय स्ट्रक्चर सही हैं अथवा नहीं आदि जांच करना जरुरी हैं. निर्माण में किस तरह का मटेरियल इस्तेमाल हो रहा हैं, इन सभी बातो की जानकारी स्ट्रक्चरल इंजिनियर द्वारा दी जाती हैं. यही बात अब जनता को बताई जाएगी. इसके लिए सोसायटी द्वारा जनजागरण अभियान शुरु किया जाएगा. जिसमें सोसायटी के सभी स्ट्रक्चरल इंजिनियर बेंगलुरु शहर को भेंट देकर वहां की फॉसरॉक कंपनी के नॉलेज सेंटर से जानकारी संकलित करेगे. पूरे वर्ष में 8 विविध उपक्रमो का आयोजन किया जाएगा. टेक्निकल सेशन लेकर रेडीमिक्स कांक्रीट डिझाईन वर्कशॉप करण वर्मा व सागर वानखडे की सहायता से अप्रैल माह में लिया जाएगा. जून माह में बेसमेंट डिझाईन तैयार करते समय बरती जानेवाली सावधानी के संदर्भ में प्रसाद पंत, अंकूश पाचगडे के माध्यम से ‘टू केमिकल्स’ उपक्रम के तहत कार्यक्रम लिए जाएगे. स्ट्रक्चरल असेसमेंट में सुधार के लिए सर्जेराव पाटिल, अक्षय दालू अगस्त माह में टाटा स्टिल के माध्यम से कार्यक्रम होगे. वॉटर प्रुफिंग सोल्यूशन के लिए मिलिंद मोहोड, करण वर्मा द्वारा एशियन पेंट के साथ अक्तूबर माह में कार्यक्रम होगा. दिसंबर माह में नए निर्माण में मटेरियल तथा कंस्ट्रक्शन नई तकनीक के संदर्भ में रितेश लढ्ढा व मिलिंद काहाले द्वारा जेएसडब्ल्यू पेंट के जरिए कार्यक्रम लिया जाएगा. पत्रकार परिषद में संगठना के अध्यक्ष रितेश लढ्ढा, सचिव मिलिंद मोहोड, कोषाध्यक्ष आशिष मोंगा, समीर रियाज, सदस्य सागर वानखडे आदि उपस्थित थे.