अमरावती

पशुसंवर्धन विभाग के व्यक्तिगत लाभ की योजना में भ्रष्टाचार

राज्यमंत्री बच्चू कडू के पत्र पर राज्य आयुक्त ने दिये जांच के आदेश

चांदूर बाजार/ दि.18 – राज्य शासन ने दुध उत्पादन को गति देने के लिए बनाई योजना के अंतर्गत तहसील स्तर पर पशु पालकों को दुग्ध युक्त मवेशियों समेत बकरी, भेड, वितरित कर यह योजना कार्यान्वीत की, मगर इसके लिए नकली लाभार्थी दिखाकर अमरावती जिले समेत अन्य जिले में बडे पैमाने में भ्रष्टाचार होने की शिकायत सामने आयी. ऐसे में ही यवतमाल जिले के नेर तहसील स्थित पशु संवर्धन विभाग में इस योजना के तहत नकली लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया गया, ऐसी शिकायत राज्यमंत्री बच्चू कडू को प्राप्त हुई थी. इसको देखते हुए उन्होंने राज्य के पशुसंवर्धन आयोग का पत्र देकर जांच के निर्देश दिये थे. उसके अनुसार राज्य के पशुसंवर्धन आयुक्त सचिंद्र प्रतापसिंह ने राज्य के सभी जिले के प्रादेशिक सहआयुक्त को 30 दिन में जांच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश 14 जून को दिये है.
वर्ष 2018 से 2021 में दुग्ध व्यवसाय को गति देने के लिए योजना के तहत दुध युक्त पशु जिसमें गाय, भैस, बकरी, भेड वितरित की गई थी. इस योजना में सभी जिलों का समावेश किया गया. उसमें नकली लाभार्थियों को लाभ देते हुए जरुरतमंद लाभार्थियों को अलग रखा गया, ऐसा संदह चांदूर बाजार के पशुपालक रवि पाटील ने राज्यमंत्री बच्चू कडू के समक्ष व्यक्त किया. इस बीच यवतमाल जिले के नेर में करीब 200 लाभार्थी इस योजना में पात्र ठहराये गए. मगर इस बारे में संबंधित अधिकारी ने एजेंट के माध्यम से बोगस लाभार्थियों को लाभ दिया, ऐसी शिकायत किसान साहबराव तुपट ने जिलाधिकारी से की थी. इसपर किसी तरह की कार्रवाई न किये जाने पर किसान ने राज्यमंत्री बच्चू कडू से गुहार लगाई. उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए आयुक्त पशु संवर्धन विभाग पुणे व सचिव पशुसंवर्धन विभाग मंत्रालय को जांच के निर्देश दिये. ऐसी कई शिकायतें प्राप्त्ा हुई थी. बच्चू कडू के पत्र पर अब जांच के आदेश जारी किये गए है, इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

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