किसानों की हो रही कपास की लूट रोकी जाए तथा उन्हें न्याय दिया जाए
शिवसेना की ओर से कृ.ऊ.बा. समिति के सभापति को निवेदन
अमरावती/दि.२६-किसानों को एक क्विटंल कपास व्यापारियों को बेचने के लिए आधा किलो कपास की कट्टी और १० रूपये अडत देना पडता है. जिससे किसानों का बहुत नुकसान हो रहा है. व्यापारियों की ओर से हो रही किसानों की लूट को रोका जाए और किसानों को न्याय दिया जाए ऐसा निवेदन शिवसेना उपजिला प्रमुख डॉ. नरेन्द्र निर्मल व शिवसेना के पूर्व जिला परिषद सदस्य तथा विधानसभा संगठक नितीन हटवार ने कृषि उत्पन्न बाजार समिति सभापति अशोक दहीकर को दिया है.
किसान वर्ग कपास बिक्री के लिए व्यापारियों के पास जाने के बाद एक क्विवंटल कपास के लिए आधा किलो कपास की कट्टी के पैसे काट लेते है. एकाध किसान जब १०० क्विटंल कपास व्यापारियों को बेचता है तो तब ५० किलो कपास कट्टी के रूप में देना पडता है जिससे अभी की कीमत का विचार किया जाए तो किसानों का सीधे सीधे पांच हजार का नुकसान है. हजारों क्विटंल कपास रोज जिले के किसानों की ओर से और कट्टी के नाम पर किसानों की ओर से दो से चार क्विटंल कपास हडप लिया जाता है. जिससे किसानों की होनेवाली नुकसान की भरपाई नहीं हो पायेगी. पहले ही किसान निराश हो चुका है. प्राकृतिक संकट के कारण भी किसान उदासीन है. उसमें भी उसका आर्थिक नुकसान करना अपेक्षित नहीं है. इस प्रकार किसानों का होनेवाला नुकसान बंद किया जाए, ऐसी मांग निवेदन में की गई है.
यह व्यवहार अमरावती जिले में ही होता है. राज्य में कहीं भी किसानों की ओर से कट्टी नहीं ली जाती है, ऐसा भी निवेदन में कहा गया है. शिवसेना उपजिला प्रमुख डॉ. नरेन्द्र निर्मल, नितीन हटवार, उमेश घुरडे, रंगराव बिचुकले के शिष्ट मंडल ने कृषि उत्पन्न बाजाार समिति सभापति अशोक दहीकर को यह बात बताई. सभापति महोदय ने निवेदन की दखल लेकर सचिव पवार को इस संबंध में बैठक लेकर यह व्यवहार बंद करने का आदेश दिया है.