राजुरा बाजार/ दि. 30– समीपस्थ शहापुर स्थित निजी मिल में कपास खरीदी की शुरूआत की गई है. कपास उत्पादक किसानों को कपास के दाम प्रति क्विंटल 7 हजार 161 रूपए दिए जा रहे हैं. कपास के दाम जैसे भी हो किसान अपने कपास की फसल यहां बिक्री के लिए ला रहे है.
इस साल अतिवृष्टि व बोंड इल्ली के प्रादुर्भाव से किसान कपास की फसल को लेकर परेशान हैं. तहसील में नगद फसल के तौर पर किसान कपास की बुआई करना पसंद करते हैं. कपास की फसल को लगनेवाले बीज, रासायनिक, कीटकनाशक औषधी, मजदूरों की मजदूरी किसानों को भारी पड रही है. फिर भी किसान कपास की फसल की बुआई करते है. व्यापारियों द्बारा फसलों को पर्याप्त दाम नहीं दिए जा रहे है. ऐसा किसानों में नाराजी का सुर है.
ऐसी परिस्थिति में किसानों का बुआई खर्च भी निकलना संभव नहीं है. ऐसे में कपास की फसल निकालने के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे है. किसान मजदूरों के लिए दर- दर भटक रहे हैं. कपास निकालने का खर्च 12 से 15 रूपए प्रति क्विंटल किसानों को देना पड रहा है. कपास खरीदी में माइश्चर की शर्त को लेकर किसानों को 6 हजार 900 से 7 हजार रूपए के दाम दिए जाने से किसानों में नाराजगी हैं. राजुरा बाजार में कपास खरीदी के पहले दिन आनेवाले किसान का शाल श्रीफल प्रदान कर सत्कार किया गया. इस समय कृषि उपज मंडी के सभापति नरेंद्र पावडे, संचालक राजेश गांधी, खरीदी बिक्री संचालक राहुल चौधरी, राजाभाउ सोनारे, प्रशांत भुजाडे, जनार्दन निंबोरकर, सौरभ गांधी, नरेंद्र राठी सहित किसान उपस्थित थे.्