अमरावती

कपास की गांव-गांव खरीदी, किसानों की लूट

त्यौहार पर भाव में गिरावट

* शासन खरीदी न रहने से बढी चिंता
अमरावती/दि.7– दशहरे से कपास की फसल निकालने की शुरुआत हुई है. सोयाबीन का सत्र और कपास एक ही समय आने से मजदूरों की किल्लत है. ऐसी परिस्थिति में गांव-गांव खरीदी में कपास प्रतिक्विंटल 6500 से 6800 रुपए तक खरीदी किया जा रहा है. इसमें त्यौहारों के दिनों में किसानों की लूट हो रही है.

इस बार मानसून देरी से आने के कारण खरीफ की बुआई को एक माह देरी हुई. पश्चात अगस्त माह में बारिश नहीं हुई. इस कारण फसलों की बढोतरी नहीं हुई और पत्तियां गिरने लगी. इस कारण औसतन उत्पादन में कमी आने की संभावना है. ऐसी परिस्थिति में पहले चरण में बुआई हुए कपास की कटाई दशहरे से शुरु हो गई और दिवाली की पृष्ठभूमि पर दुविधा में रहे किसान कपास की बिक्री कर रहे हैं, ऐसे में गांव खरीदी में स्थानीय व्यापारियों व्दारा गारंटी दाम से कम भाव से कपास खरीदी की मांग की जा रही है. अमरावती में 7 हजार के भाव रहते ग्रामीण क्षेत्र में खरीदी में लूट होती रहने से दिवाली की पृष्ठभूमि पर किसानों की चिंता बढी है. इस बार के सत्र में जिले में 2.62 लाख हेक्टेयर में कपास का बुआई क्षेत्र है. लेकिन बारिश कम होने से जमीन में नमी नहीं है. इसमें कीडे और रोग के प्रादुर्भाव के कारण कमजोर जमीन में उत्पादन कम होने की संभावना है.

* सीसीआई और पणन व्दारा खरीदी कब?
इस बार के सत्र के लिए केंद्र शासन व्दारा मध्यम धागे के कपास के लिए 6620 और लंबे धागे के कपास के लिए 7020 रुपए क्विंटल गारंटी भाव घोषित किए गए है. तहसील में इससे कम भाव से कपास की खरीदी हो रही है. इस कारण सीसीआई और पणन महासंघ व्दारा शासन मान्य भाव से कपास की खरीदी करने की मांग किसानों ने की है.

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