कोविड के बाद खांसी नहीं छोड रही पीछा
अमरावती/दि.8 – कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण के लक्षण बेहद सौम्य थे. ऐसे में कई लोगों ने सर्दी-खांसी व बुखार होने के बाद कोविड टेस्ट कराने की बजाय अपने डॉक्टरों से और कुछ लोगोें ने तो मेडिकल दुकानदारोें की सलाह से इलाज करने हेतु दवाईयां ली. किंतु कई मराीजों की खांसी दो सप्ताह के बाद भी ठीक नहीं हुई है. इन दिनों मौसम में भी काफी बदलाव देखा जा रहा है. ऐसे में इस पोस्ट कोविड बीमारी के लिए डॉक्टरों की सलाह से ही दवाई लेना और इलाज कराना बेहद जरूरी है.
नया वायरस?
इस समय किस वायरस और किस वेरियंट की वजह से संक्रमण का दौर चल रहा है, यह स्वास्थ्य विभाग भी निश्चित तौर पर नहीं बता पा रहा. प्रयोगशाला से जुडे सुत्रों के मुताबिक अमरावती जिले में डेल्टा व ओमिक्रॉन के साथ ही ओमिक्रॉन का सब वेरियंट रहनेवाले बीए-1 तथा इससे अधिक बीए-2 के मरीज पाये गये है. इस नये वेरियंट की वजह से ही संक्रमितों की संख्या तेजी से बढी. किंतु अब कुछ हद तक संक्रमण की रफ्तार सुस्त हुई है.
टेस्ट कराने में टालमटोल
कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों में सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द व बदनदर्द जैसे लक्षण थे. हालांकि जिले में टीकाकरण का प्रतिशत 80 फीसद से अधिक रहने के चलते मरीजों में संक्रमण के लक्षण काफी सौम्य रहे. साथ ही इस दौरान किसी भी दिन एक्टिव पॉजीटिव मरीजोें की संख्या 2 हजार से अधिक नहीं रही. किंतु अब कई मरीजों को गिली व सूखी खांसी की तकलीफ हो रही है.
चार दिन में ही ठीक हुई बीमारी
तीसरी लहर के दौरान नागरिकों में बडे पैमाने पर सर्दी-खांसी व बुखार जैसे लक्षण पाये गये. साथ ही इलाज के बाद चार दिनों में ही तबियत ठीक भी हो गई. किंतु इसके बाद खांसी ने अब तक पीछा नहीं छोडा है.
- बदलते वातावरण की वजह से सर्दी-खांसी की बीमारी हो रही है. किंतु कोविड से संबंधित खांसी रहने पर इसे ठीक होने में कुछ वक्त लगता है. यह नया म्युटेशन रहने के चलते दिखाई देनेवाले लक्षण है. अत: डॉक्टर की सलाह से इलाज करवाते हुए दवाईया ली जानी चाहिए.
– डॉ. विशाल काले,
स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी, अमरावती मनपा