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कडी सुरक्षा के बीच शुरु हुई थी मतगणना

सुबह 8 बजे स्ट्राँग रुम से बाहर निकाली गई ईवीएम

* जिलाधीश कटियार व सीपी रेड्डी सहित दो निर्वाचन निरीक्षक थे उपस्थित
* स्ट्राँग रुम से बाहर निकाले जाने के बाद शुरु हुई विधानसभा क्षेत्रनिहाय मतगणना
अमरावती/दि.4- 39 दिनों के लंबे इंतजार पश्चात आज 3 जून को सुबह ठीक 8 बजे स्थानीय विद्यापीठ रोड स्थित लोकशाही भवन में अमरावती संसदीय क्षेत्र में विगत 26 अप्रैल को हुए मतदान की मतगणना करनी शुरु की गई. जिसके लिए आज सुबह 8 बजे लोकशाही भवन स्थित स्ट्राँग रुम को खोला गया तथा वहां पर विगत 39 दिनों से कडी सुरक्षा व्यवस्था के तहत रखी गई इवीएम मशीनों को बाहर निकालकर मतगणना की प्रक्रिया शुरु की गई. जिसके लिए जहां एक ओर लोकशाही भवन में राजस्व महकमें के अधिकारियों व कर्मचारियों की अच्छी खासी फौज तैनात थी. वहीं दूसरी ओर मतगणना की प्रक्रिया शांतिपूर्ण और सुचारु ढंग से संपन्न हो, इस हेतु लोकशाही भवन के आसपास चारों ओर पूरे परिसर में पुलिस का बेहद तगडा बंदोबस्त तैनात किया गया था.
बता दें कि, आज सुबह ठीक 8 बजे जिलाधीश व जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ कटियार, पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी तथा केंद्रीय निर्वाचन आयोग के ऑब्जर्वर अंजलि पांडा व रजनी कान्थम की देखरेख के तहत लोकशाही भवन स्थित स्ट्राँग रुम के मुख्य द्वार पर लगी सील को तोडा गया. जिसके बाद मुख्य द्वार को खोलते हुए सभी ईवीएम मशीनों को बाहर निकाला गया. बता दें कि, लोकशाही भवन में स्ट्राँग रुम के तहत 6 अलग-अलग स्ट्राँग रुम बनाये गये थे, जहां पर विधानसभा निहाय ईवीएम मशीनों को रखा गया था. इन सभी मशीनों को विधानसभा क्षेत्र निहाय मतगणना करने हेतु बनाये गये काउंटींग टेबलों पर पहुंचाया गया तथा जिलाधीश व जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से इशारा मिलने के बाद मतगणना शुरु करने की तैयारी की गई.


* तडके 4 बजे से लगा था पुलिस बंदोबस्त
आज होने वाली मतगणना के दौरान कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने हेतु पुराना बियाणी चौक से तपोवन गेट की ओर जाने वाले रास्ते पर तडके 4 बजे से बैरिकेटींग करते हुए पूरे परिसर में तगडा पुलिस बंदोबस्त लगा दिया गया था. जिसके तहत तपोवन गेट एवं बियाणी चौक की ओर से लोकशाही भवन की तरफ आने वाली सडक पर करीब 4 स्थानों पर बैरिकेटींग की गई थी तथा लोकशाही भवन की ओर जाने वाले प्रत्येक मतगणना अधिकारी व कर्मचारी सहित मीडिया कर्मी व प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों की कडी जांच की जा रही थी.


* सुबह 6 बजे से लोकशाही भवन में शुरु हो गई चहल-पहल
आज सुबह 8 बजे से शुरु होने वाली मतगणना के लिए निर्वाचन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का सुबह 6 बजे से ही लोकशाही भवन में आना शुरु हो गया था. जहां पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की हाजिरी लेने के साथ ही उन्हें उनके काम के संदर्भ में जरुरी हिदायतें दी गई और उन्हें उनकी नियुक्ति वाले टेबलों पर भेजा गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले 2 सत्रों में इन सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मतगणना का प्रशिक्षण दिया जा चुका था. जिसके तहत कल 3 जून को ही लोकशाही भवन में मतगणना की रंगीत तालीम करवाई गई थी, ताकि प्रत्यक्ष मतगणना के समय किसी भी तरह की कोई चूक न हो.


* 39 दिन बाद ईवीएम मशीनों ने देखा सूरज
बता दें कि, लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत विगत 26 अप्रैल को अमरावती संसदीय क्षेत्र में मतदान कराया गया था. जिसके बाद संसदीय क्षेत्र में शामिल सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केंद्र से ईवीएम मशीनें जिला मुख्यालय लाई गई थी. जिन्हें अगले दिन यानि 27 अप्रैल को कडी सुरक्षा के बीच लोकशाही भवन में बने स्ट्राँग रुम में लाकर रखा गया था. साथ ही स्ट्राँग रुम के मुख्य द्वार पर सभी अधिकारियों एवं प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों के सामने सील लगा दी गई थी. जहां पर 39 दिनों तक बंद रहने के बाद आज 4 जून की सुबह ईवीएम मशीनों को बाहर निकाला गया. जिसके चलते 39 दिन बाद सभी ईवीएम मशीनें पहली बार खुली हवा और सूरज की रोशनी में आयी. इन 39 दिनों के दौरान लोकशाही भवन और पूरा परिसर 3 स्तरीय सुरक्षा घेरे में रहा. जहां पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता था.

* बियाणी चौक से विद्यापीठ चौक तक जगह-जगह लगे एलईडी स्क्रीन
आज हुई मतगणना के मद्देनजर लोकशाही भवन एवं परिसर में लगाये गये पुलिस बंदोबस्त के तहत बियाणी चौक से विद्यापीठ चौक के बीच जगह-जगह पर एलईडी स्क्रीन लगाये गये थे. जिन पर लोकशाही भवन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों एवं आसमान में उडते शहर पुलिस के ड्रोन कैमरे के लाइव फूटेज दिखाये जा रहे थे. ताकि बंदोबस्त में तैनात सभी पुलिस कर्मियों द्वारा अपनी-अपनी जगह पर रहने के साथ ही पूरे परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा सके. साथ ही इन्हीं एलईडी स्क्रीन पर राउंड दर राउंड मतगणना के आंकडे भी प्रसारित किये गये. ताकि इस परिसर में मौजूद विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, प्रत्याशियों के समर्थकों एवं आम नागरिकों को मतगणना के बारे में जानकारी मिल सके.

* गजानन मंदिर में आरती कर रवाना हुआ युवा स्वाभिमानियों का जत्था
आज होने वाली मतगणना के दौरान प्रत्येक टेबल पर अपने प्रतिनिधि रखने हेतु युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा अपने 400 पदाधिकारियों व कार्यकताओं को बतौर प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था. युवा स्वाभिमान पार्टी के प्रमुख मार्गदर्शक सुनील राणा के नेतृत्व में आज सुबह 6 बजे के आसपास यह सभी लोग इर्विन-रेल्वे स्टेशन मार्ग स्थित गजानन महाराज मंदिर के पास इकठ्ठा हुये. जहां पर आरती-पूजन करने के साथ ही इन सभी लोगों को चाय-नाश्ता कराया गया. जिसके उपरान्त इन सभी लोगों को सिटी बसों में बिठाकर लोकशाही भवन ले जाया गया. जहां पर अपने-अपने पहचान पत्र दिखाते हुएइन सभी लोगों ने मतगणना स्थल पर प्रवेश किया. जिसके उपरान्त इन सभी लोगों को मतगणना की प्रक्रिया देखने हेतु विधानसभा क्षेत्र निहाय अलग-अलग टेबल आवंटित किये गये.

* लोकशाही भवन के प्रांगण में बना था मीडिया सेंटर
इस मतगणना हेतु किये गये इंतजामों के तहत लोकशाही भवन के प्रांगण में पंडाल डालकर अलग-अलग सेवाओं हेतु विशेष कक्ष तैयार किये गये थे. इसी के तहत एक पंडाल में मीडिया सेंटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी. जहां पर स्थानीय मीडिया कर्मियों सहित राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कर्मियों की मौजूदगी थी. इसी मीडिया सेंटर पर दिनभर डटे रहते हुए सभी मीडिया कर्मियों ने अपने-अपने मीडिया संस्थानों को पल-पल की जानकारी से अपडेट करवाया. इसी स्थान पर सभी मीडिया कर्मियों के लिए चाय-नाश्ते व भोजन का भी इंतजाम किया गया था.

* अब हटेगी 80 दिन से जारी आचार संहिता
– मतगणना के नतीजे घोषित होते ही किया जाएगा शिथिल
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा विगत 16 मार्च को आज चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया गया और इसके साथ ही समूचे देश में चुनावी आचार संहिता लागू हो गई थी. जिसे मतगणना के नतीजे घोषित होने तक लागू किया गया था. ऐसे में आज सुबह से शुरु हुई मतगणना के खत्म होने और चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद आचार संहिता को शिथिल कर दिया जाएगा. जिसके चलते करीब 80 दिन बाद आचार संहिता खत्म होगी.
बता दें कि, विगत 16 मार्च को केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने देश में संसदीय आम चुनाव कराने की अधिसूचना जारी करते हुए देश में 7 अलग-अलग चरणों के तहत चुनाव करवाने का नियोजन किया था. जिसके तहत 19 अप्रैल से 1 जून तक देश के विभिन्न राज्यों की संसदीय सीटों पर अलग-अलग चरणों के दौरान मतदान की प्रक्रिया चलती रही. वहीं पहले से तय किये गये नियोजनानुसार 4 जून को मतगणना करनी शुरु की गई. जिसके पूरा होने के बाद अब चुनावी नतीजा घोषित होते हुए केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता को शिथिल किया जाएगा.
विशेष उल्लेखनीय है कि, आचार संहिता जारी रहने के दौरान कोई भी विकासात्मक कार्य नहीं किय जा सकते तथा सरकार एवं प्रशासन द्वारा कोई नीतिगत फैसला भी नहीं लिया जा सकता. ऐसे में ढाई माह तक आचार संहिता जारी रहने के चलते सरकारी कामकाज बुरी तरह से बाधित हुआ. वहीं जलकिल्लत को दूर करने हेतु तैयार की गई 14 करोड की योजना अधर में लटक जाने के चलते गर्मी के मौसम दौरान जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में जलकिल्लत की दाहकता बढ गई. जिसे देखते हुए अमरावती संसदीय क्षेत्र में विगत 26 अप्रैल को हुए मतदान पश्चात निर्वाचन आयोग से अनुमति प्राप्त करते हुए जिलाधीश की प्रशासकीय मान्यता रहने वाले 30 लाख रुपयों से कम मूल्य वाले कामों की निविदा प्रक्रिया चलाई गई. ताकि जलकिल्लत को दूर किया जा सके. खास बात यह भी रही कि, इस कालावधि के दौरान राजस्व सहित विभिन्न महकमों के 12 हजार से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति मतदान हेतु की गई थी. जिन्हें 3 बार प्रशिक्षण सत्रों में बुलाया गया था. साथ ही मतदान की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद करीब 600 अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति मतगणना हेतु की गई थी. जिन्हें दो बार प्रशिक्षण हेतु बुलाया गया. ऐसे में अधिकांश अधिकारियों व कर्मचारियों के निर्वाचन संबंधित कार्यों में व्यस्त रहने के चलते इसका असर भी जिला प्रशासन के नियमित कामकाज पर पडा.

* वीवीपैट पर गिनती को लेकर मिली आपत्ति
मतगणना जारी रहने के दौरान टेबल क्रमांक-12 पर मतपेटी क्रमांक-4 की मतगणना जारी रहते समय ईवीएम मशीन अचानक बंद पड गई. जिसके चलते मतगणना के लिए उपस्थित प्रकाश शांताराम पहुरकर सहित शुभम गजेंद्र वैष्णव एवं अक्षय मेश्राम ने विविपैट के जरिए वोटों की गिनती व मिलान करने हेतु निर्वाचन निर्णय अधिकारी के समक्ष शिकायत पेश करने के साथ ही अपना ज्ञापन भी पेश किया.

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