अमरावती

रापनि की छूट निजी यात्री वाहनों पर पड रही भारी

निजी टैक्सी चालकों को यात्री मिलना हुआ मुश्किल

अमरावती/दि.11 – रापनि बसों में महिलाओं को 50 फीसद छूट दिए जाने का निर्णय राज्य सरकार द्बारा घोषित किया गया था. जिस पर जिले के सभी आठों आगारों द्बारा अमल करना शुरु कर दिया गया है. ऐसे में अब सभी महिलाएं दो पैसे बचाने की नियत से रापनि बसों के जरिए यात्रा करने लगी है. साथ ही महिलाओं के साथ रहने वाले उनके पुरुष परिजन भी अब रापनि बसों से यात्रा करने लगे है. जिसके चलते बस अड्डों के आसपास यात्रियों की टोह में रहने वाले निजी यात्री वाहनों को अब एक-एक यात्री मिलने के लिए काफी मशक्कत करनी पड रही है और उन्हें इसके बाद भी यात्री मिलना काफी मुश्किल हो गया है.
बता दें कि, विगत 17 मार्च से एसटी महामंडल की सभी बसों में महिला यात्रियों के लिए 50 फीसद छूट की योजना कार्यान्वित हुई. इस निर्णय के चलते महिलाएं काफी आनंदीत हो गई है. इसके अलावा रापनि की बसों में 75 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को नि:शुल्क यात्रा और 65 से 75 वर्षीय आयु वाले बुजुर्गों को 50 फीसद टिकट पर यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. ऐसे में रापनि की बसों में यात्रियों की संख्या बढ गई है. क्योंकि महिला व बुजुर्ग यात्रियों द्बारा यात्रा हेतु अब रापनि बसों को पसंद किया जाने लगा है. जाहीर तौर पर महिला व बुजुर्गों के साथ रहने वाले परिवार के अन्य सदस्य भी अब रापनि बसों से ही यात्रा करते है. जिसके चलते बस अड्डों के आसपास से चलने वाले काली-पीली टैक्सी वाहन सहित यात्री ढुलाई करने वाले निजी वाहनों को अब यात्री मिलना मुश्किल हो गया है. इसके साथ ही निजी ट्रैवल्स के व्यवसाय पर ताला लगने की नौबत आन पडी है. जिसके चलते इस व्यवसाय पर निर्भर रहने वाले गाडी मालक, चालक व एजेंट आदि के बेरोजगार होने का खतरा पैदा हो गया है.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में परतवाडा, दर्यापुर, वरुड व मोर्शी आदि मार्गों पर निजी वाहनों द्बारा जमकर यात्री ढुलाई की जाती है. जिससे कई युवाओं को रोजगार मिला है. व्यवसाय अच्छा रहने के चलते कई युवाओं ने कर्ज निकालकर वाहन खरीदे है. इससे पहले दो साल तक कोविड व लॉकडाउन के चलते उन्होंने अपने घर के गहने बेचकर कर्ज की किश्ते अदा की थी और अब जैसे-तैसे व्यवसाय पटरी पर लौट ही रहा था, तो राज्य सरकार द्बारा 50 फीसद छूट की योजना शुरु कर दी गई. जिससे उन्हें व्यवसाय मिलना मुश्किल हो गया है.

* यात्रियों के अभाव में जगह पर खडी है गाडियां
अमरावती शहर में अमरावती से भानखेडा मार्ग पर बडी संख्या में निजी यात्री वाहन चलते है. इसके साथ ही मोर्शी-वरुड, परतवाडा-अंजनगांव, परतवाडा-दर्यापुर, परतवाडा-चांदूर बाजार तथा अमरावती-परतवाडा मार्ग पर बडी संख्या में काली-पीली वाहन सहित निजी यात्री वाहन चलते है. जिनके द्बारा बडे पैमाने पर यात्री ढुलाई की जाती रही है. इन सभी वाहन चालकों के अघोषित अड्डे रापनि बस स्थानकों के पास ही बने हुए है और इन वाहनों के निजी एजेंट बस स्थानक परिसर से ही यात्रियों को अपनी ओर बुलाया जाता था. जिससे रापनि को काफी नुकसान उठाना पडता था. वहीं अब सरकार द्बारा रापनि बसों में छूट देने की घोषणा किए जाते ही महिलाओं व बुजुर्गों हेतु निजी वाहनों की तुलना में रापनि बसों के जरिए यात्रा करना सस्ता हो गया है. जिसके चलते अब निजी वाहनों की ओर यात्रियों का आना कम हो गया है. ऐसे में सभी बस स्थानकों के पास दिन भर निजी यात्री वाहन खाली खडे दिखाई देते है. साथ ही इससे पहले जहां निजी यात्री वाहनों द्बारा यात्रियों को वाहन में खचाखच भरकर फेरी लगाई जाती थी. वहीं अब निजी यात्री वाहन एक्का-दुक्का यात्रियों को लेकर फेरी लगाते दिखाई दे रहे है.

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