![Gadge-Baba-Vidyapeeth-amravati-mandal](https://mandalnews.com/wp-content/uploads/2020/09/Sangaba-Amravati-University-7-550x470.jpg?x10455)
अमरावती/दि.7 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ अंतर्गत महाविद्यालयीन केंद्रों पर चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टिम (सीबीसीएस) की नई प्रणाली के अनुसार एमएससी भाग-1 की कल सोमवार 6 फरवरी को हुई सेमिस्टर परीक्षा में नये पाठ्यक्रम की बजाय पुराने पाठ्यक्रम का प्रश्नपत्र दिया गया. जिसके चलते परीक्षार्थियों में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया और कई परीक्षार्थियों ने केंद्र अधिकारी के पास अपनी शिकायत व आपत्ति भी दर्ज कराई. लेकिन परीक्षा को रद्द न करते हुए पुराने पाठ्यक्रम के अनुसार ही परीक्षा लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है. इससे यह स्पष्ट होता है कि, संगाबा अमरावती विद्यापीठ में कामकाज किस तरह से चल रहा है.
उल्लेखनीय है कि, औरंगाबाद स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने अभी हाल ही में संगाबा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरु पद का प्रभार स्वीकारा है. वहीं इसके तुरंत बाद सोमवार को एमएससी की परीक्षा में बडी गडबडी सामने आयी. इससे पहले अमरावती संभाग स्नातक चुनाव तथा कर्मचारियों के कामबंद आंदोलन की वजह से विद्यापीठ को 3 व 4 फरवरी की परीक्षा रद्द करने का निर्णय लेना पडा था. वहीं 6 फरवरी को सुबह 9 से 12 बजे के दौरान नियोजित टाइम-टेबल के अनुसार ली जा रही सीबीसीएस एमएससी भाग-1 सेमिस्टर पैटर्न में गलत प्रश्नपत्र आने के बाद विद्यार्थियों द्बारा परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर उठाई गई मांग को अनदेखा किया गया. जिसके चलते शितकालीन 2022 सीबीसीएस पैटर्न परीक्षा में अमरावती, अकोला, बुलढाणा, यवतमाल व वाशिम इन पांचों जिलों के परीक्षा केंद्रों पर एमएससी के विद्यार्थियों को काफी मानसिक तकलीफों से होकर गुजरना पडा. जिसे लेकर विद्यार्थियों ने विद्यापीठ के लचर कामकाज पर अपना असंतोष जताया गया. साथ ही इसे लेकर वरिष्ठस्तर पर शिकायत करने की बात भी कहीं है.
एमएससी के विद्यार्थियों द्बारा दिए गए निवेदनानुसार विशेषज्ञ समिति के सामने यह विषय रखा जाएगा. जिसके बाद कैप समिति द्बारा आवश्यक निर्णय लिया जाएगा. प्रश्नपत्रिका तैयार करने के लिए एक गोपनिय व्यवस्था होती है. पश्चात मॉडरेडर द्बारा पेपर को सील करके रखा जाता है और 3 पेपर सेट में से 1 सेट परीक्षार्थियों को दिया जाता है.
– प्रा. डॉ. मोनाली तोटे,
प्रभारी संचालक, परीक्षा व मूल्यमापन मंडल