
* इंटर्नशिप
* एमआयडीसी असो. और शिक्षा संस्थाओं की बैठक
अमरावती/ दि. 5– एमआईडीसी औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष किरण पातुरकर की पहल पर एमआईडीसी उद्योग एवं शैक्षणिक संस्थान संवाद की पहल हेतु एसोसिएशन के कार्यालय की पहली बैठक आयोजित की गई. बैठक में राम मेघे इंजीनियरिंग कॉलेज ओल्ड न्यु, सिपना इंजीनियरिंग कॉलेज , ब्रजलाल बियानी कॉलेज, पंजाबराव देशमुख पॉलिटेक्निक और गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक के प्राचार्य और प्रतिनिधि उपस्थित थे. इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र से एम. आई.डी.सी. आद्योगिक एसोसिएशन, प्रमुख क्षेत्र, शशिनगर औद्योगिक एसोसिएशन, स्वयं सिध्द उद्यमिता विकास मिशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
किरण पातुरकर ने बैठक का एजेंंडा रखते हुए आग्रह किया कि उद्योग और शिक्षा क्षेत्र के नेताओं को एक साथ आकर छात्रों के भविष्य और अमरावती के औद्योगिकीकरण के लिए काम करना चाहिए तथा कृषि और किसानों के विकासको एजेंडे में शामि किया जाना चाहिए. बैठक में शामिल मुख्य बातों उद्योग शैक्षणिक संस्थान सहयोग से प्लेसमेंट की दर कैसे बढाई जा सकती है ? बैठक में इस मुददे पर चर्चा की गई. इस दौरान प्राचार्य डॉ. दीपक धोटे ने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा के अलावा अन्य पाठ्यक्रमों के लिए भी इंटर्नशिप उपलब्ध होनी चाहिए. वही सीए शाखा की अध्यक्ष सीए दिव्या त्रिकोटी ने सभी क्षेत्रों के लिए वित्तीय शिक्षा के महत्व पर बल दिया. डॉ. गोसावी ने कहा कि विद्यार्थियों को ईंटर्नशिप के अवसर मिलने में दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने एक डिजिटल पोर्टल बनाने की आवश्यकता बताई जो उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों को जोडे. जबकि शरीक शेख ने कहा कि सभी क्षेत्रों में नैतिकता पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है.
डॉ. गुल्हाने ने हैकाथॉन पहल के माध्यम से छात्रों के कौशल संवर्धन पर चर्चा की और इस बात पर जोर दिया कि उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को कैसे पाटा जा सकता है. वहीं प्रधानाचार्य डॉ. जी. आर. बमनोटे ने कहा कि बच्चों की मानसिकता का निर्माण घर से होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अनुसंधान को व्यावहारिक उपयोग में लाने के लिए प्रयास किए जाने की आवश्यकता है.
बैठक में प्राचार्य डॉ. हरकुट ने कहा कि उद्योग और शिक्षा के बीच की समस्याओ को स्पष्ट करने के लिए सटीक मान चित्रण की आवश्यकता है. बैठक के अंत में एमआईडीसी एसोसिएशन के अध्यक्ष किरण पातुरकर ने चर्चा की समीक्षा की और कहा कि इसके लिए एक पोर्टल बनाया जाना चाहिए. वे छोटे- छोटे समूह बनाकर उस क्षेत्र में काम करेंगे. किरण पातुरकर ने यह भी घोषणा की कि अगली बैठक 19 अप्रैल 2025 को ब्रिजलाल बियानी कॉलेज अमरावती में आयोजित की जायेगी.
बैठक का संचालन मंगेश भारती ने किया और महत्वपूर्ण मुद्दे उपस्थित किए. जबकि आभार प्रदर्शन दीपक पोहेकर ने किया.
बैठक में किरण पातुरकर, अजय पवार, सत्यवान हरवाणी, बंटी जगमलानी, बी. आर. राठोड, ए.बी. तट्टे, प्रशांत देशपांडे, प्रा. युवराज वैद्य, डॉ. आर. आर. लेहारे, डॉ. शैला पीयूष निब्जिया, निकेश देशमुख, कुणाल गोहाड, सौरभ शाह, डॉ. डी.जी. हरकुट, डॉ. वी.एस. गुल्हाने, संदीप पाटमासे, शरीक शेख, डॉ. जी. आर. गोसावी, डॉ.डी.एस. धोटे, डॉ. जी. आर बमनोटे, एम.डी. भारती, प्रा. जी. डी. पाचघरे, डॉ मोनिका उमक, विलास ए सोनालेकर, अमोल नाकाडे, दीपक पोहेकर, शुभम बोबडे, सीए संदीप सुराणा, सीए दिव्या त्रिकोटी, गोकुल बजाज, डॉ. पवन देशमुख उपस्थित थे.