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शौचालय घोटाले की रकम वसूली हेतु मनपा पहुंची अदालत

मामले की जांच हुई सुस्त, ढाई करोड रुपयों का हुआ है घोटाला

अमरावती/दि.4- स्थानीय महानगर पालिका में करीब ढाई करोड रुपयों का शौचालय घोटाला उजागर हुआ था. ऐसे में घोटाले की इस रकम को ठेकेदारों से वसूल करने हेतु अदालत ने मनपा की ओर से दावा दाखिल किया गया है. इस आशय की जानकारी मनपा के उपायुक्त सुरेश पाटील द्बारा दी गई है. वहीं इस समय इस घोटाले के मामले की जांच काफी हद तक ठंडे बस्ते में चली गई है और अब तक इस घोटाले को लेकर मनपा के किसी भी अधिकारी की कोई जवाबदेही तय नहीं हुई है.
बता दें कि, स्वच्छ महाराष्ट्र अभियान अंतर्गत अमरावती मनपा क्षेत्र में व्यक्तिगत शौचालय योजना चलाई गई थी. जिसमें फर्जी लाभार्थी दर्शाते हुए शौचालय निर्माण के देयक बनाये गये थे और मनपा द्बारा सात ठेकेदारों को करीब 2 करोड 49 लाख रुपयों का भुगतान भी कर दिया गया था. वहीं बाद में निगमायुक्त प्रशांत रोडे की सतर्कता के चलते फर्जी देयक पकडे गये और इन देयकों का भुगतान होने से पहले ही मामले का भांडा फुट गया. पश्चात इस मामले की जांच शुरु की गई. जिसमें दावा किया गया कि, फर्जी देयकों पर अधिकारियों को बनावटी हस्ताक्षर किये गये और मनपा की सरकारी तीजोरी से 2 करोड 49 लाख रुपयों के भुगतान अदा किये गये. ऐसे में हस्ताक्षर विशेषज्ञों से भी मामले की जांच करायी गई. किंतु अब तक हस्ताक्षर विशेषज्ञों की रिपोर्ट नहीं आयी है. वहीं मनपा एवं पुलिस प्रशासन द्बारा शुरु की गई जांच भी अब काफी हद तक सुस्त हो गई है. हालांकि इस दौरान महानगर पालिका द्बारा गलत तरीके से अदा की गई रकम को वसूल करने हेतु सात ठेकेदारों के खिलाफ दीवानी अदालत में दावा दाखिल किया गया है.

* अधिकारी बदलते ही जांच हुई सुस्त

पता चला है कि, शौचालय घोटाला मामले की जांच करने वाले पुलिस निरिक्षक का ट्रान्सफर होने के साथ ही यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. वही भुगतान हेतु देयकों पर अधिकारियों के हस्ताक्षर असली है या नकली इसका भी अब तक पता नहीं चल पाया है. साथ ही अब तक इस मामले को लेकर अदालत में कोई आरोप पत्र भी दाखिल नहीं हो सका है. ऐसे में यह मामला अभी भी जस का तस पडा हुआ है और मनपा के किसी भी अधिकारी की कोई जवाबदेही अब तक तय नहीं हो पायी है वहीं दूसरी ओर अब मनपा द्बारा इस मामले में अपनी तीजोरी से निकली रकम की वसूली करने हेतु दीवानी अदालत में दावा दाखिल किया गया है. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस ओर लगी हुई है कि, आगे चलकर इस मामले में क्या होता है.

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