जिले के 1,957 गांवों में कोविड मुक्ति की गुढी
12 तहसीलें हो चुकी है कोरोना से पूरी तरह मुक्त
* संक्रमितों व एक्टिव पॉजीटीव मरीजों की संख्या हुई शून्य
अमरावती/दि.2– जिले को करीब तीन माह बाद कोविड संक्रमण से काफी बडा दिलासा मिला है, जब जिले की 14 में से 12 तहसीलें पूरी तरह से कोविड मुक्त हो गई है और इन तहसीलों में अब कोई भी व्यक्ति कोविड संक्रमित या एक्टिव पॉजीटीव मरीज नहीं है. साथ ही साथ जिले में टीकाकरण का प्रमाण भी 85 फीसद के आसपास जा पहुंचा है. विशेष उल्लेखनीय है कि, जिले के 1,959 गांवों में से इस समय केवल दो गांवों में कोविड संक्रमित मरीज है. ऐसे में कोरोना के लगातार घटते असर को देखते हुए सरकार ने अब कोविड प्रतिबंधों को भी हटाने के प्रयास शुरू कर दिये है. जिसके चलते जिले के 1,957 गांवों के नागरिकों द्वारा गुढीपाडवा के पर्व पर नववर्ष का स्वागत करते हुए कोविड मुक्ति की गुढी स्थापित की गई.
उल्लेखनीय है कि, मार्च 2020 से कोविड संक्रमण का दौर शुरू हुआ तथा जनवरी 2022 से संक्रमण की तीसरी लहर शुरू हुई थी, जो अब लगभग पूरी तरह से सुस्त व खत्म हो गई है. इस दौरान टीकाकरण का प्रतिशत बढने के चलते संक्रमितों में बीमारी के लक्षण भी काफी सौम्य हो गये. इस समय जिले की 14 में से केवल अमरावती व मोर्शी इन दो तहसीलों के एक-एक गांव में एक-एक व्यक्ति कोविड संक्रमित है. वहीं कुल 1,959 गांवों में से 1,957 गांव विगत लंबे समय से कोविड मुक्त हो चुके है. जहां पर कोविड संक्रमितों व एक्टिव पॉजीटीव मरीजों की संख्या शून्य है. इसके साथ ही विगत 48 घंटे के दौरान जिले में कोई भी व्यक्ति कोविड संक्रमित नहीं पाया गया. जिसके चलते जिले ने कोविड संक्रमण को लेकर राहत की सांस ली है.
बता दें कि, विगत दो वर्षों से जिले में कोविड संक्रमण का कहर चलता रहा. इस दौरान बीमारी को रोकने और हालात को नियंत्रित रखने हेतु लॉकडाउन लागू करने के साथ-साथ जमावबंदी जैसे प्रतिबंध लागू किये गये है. किंतु वर्ष 2020 व 2021 का वह दौर काफी पीछे छूट गया है तथा जारी वर्ष में कोई कडे प्रतिबंध लगाने की नौबत नहीं आयी. वहीं अब कोविड संक्रमण के घटते असर को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा मार्च माह से प्रतिबंधों को शिथिल किया जाने लगा है. इन्हीं सबके बीच साढे तीन मुहूर्तां में से एक रहनेवाला गुढीपाडवा का पर्व आज शनिवार 2 अप्रैल को मनाया जा रहा है. जिसे हिंदू नववर्ष का प्रारंभ भी माना जाता है. इस पर्व पर बडे जल्लोशपूर्ण ढंग से विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन होते है, जो विगत दो वर्षों से नहीं हुए थे. क्योंकि इस पर्व पर कोविड संक्रमण और लॉकडाउन का साया मंडरा रहा था. ऐसे में प्रतिबंधों के हट जाने की वजह से दो वर्ष पश्चात जिलावासियों द्वारा गुढीपाडवा का पर्व पहले की तरह बडे जल्लोशपूर्ण ढंग से मनाया गया. साथ ही जगह-जगह पर सार्वजनिक व सामूहिक रूप से गुढी भी स्थापित की गई. इसी के तहत विगत लंबे समय से कोविड मुक्त रहनेवाले गांवों में कोविड मुक्ति की गुढी स्थापित करते हुए सभी के स्वास्थ्य व सुरक्षा की मंगलकामना की गई.
* कोविड अस्पताल में फैला है सन्नाटा
इस समय मनपा क्षेत्र में भी कोविड संक्रमितों की संख्या निरंक हो गई है. इसके अलावा मोर्शी व अमरावती तहसील के ग्रामीण क्षेत्र में केवल 1-1 एक्टिव पॉजीटीव मरीज है, जिन्हें होम आयसोलेशन में रखा गया है. ऐसे में विगत लंबे समय से सरकारी कोविड अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में कोई भी व्यक्ति इलाज हेतु भरती नहीं है. जिसके चलते कोविड अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों में विगत करीब दो सप्ताह से सन्नाटा पसरा पडा है.
* कोविड मुक्त गांवों की तहसीलनिहाय संख्या
तहसील गांवों की संख्या
अमरावती 137
अचलपुर 185
चांदूर बाजार 169
नांदगांव खंडे. 161
मोर्शी 155
धारणी 152
दर्यापुर 150
चिखलदरा 147
वरूड 140
भातकुली 137
अंजनगांव सूर्जी 127
धामणगांव रेल्वे 112
तिवसा 95
चांदूर रेल्वे 90
* टीकाकरण ने पकडी रफ्तार, प्रमाण बढा
जिले में विगत वर्ष जनवरी माह से टीकाकरण का प्रारंभ हुआ और इस दौरान जिले में 34 लाख 67 हजार 719 नागरिकों को कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के टीके लगाये जा चुके है. यह कुल आबादी के लिहाज से 85 फीसद है. इसके तहत 43,196 हेल्थ केयर वर्कर्स, 83,321 फ्रंट लाईन वर्कर्स के साथ ही 12 से 14 वर्ष आयुगुट में 25,015, 15 से 18 वर्ष आयुगुट में 1,25,657, 18 से 45 वर्ष आयुगुट में 17,21,719, 45 से 60 वर्ष आयुगुट में 8,09,542 तथा 60 वर्ष से अधिक आयुगुट में 6,24,837 नागरिकों का टीकाकरण हो चुका है.