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अमरावती में रोज एक दर्जन वाहनों से गौवंश तस्करी

20 टन खाल के लिए 50 हजार का अवैध वध

* पत्रकार परिषद में गौ प्रेमियों का भयंकर आरोप
* पशु टैगिंग में भी घोटाला
अमरावती/दि.31- गौ प्रेमियों ने आज खुल्लम खुल्ला आरोप लगाया कि अमरावती में रोज एक दर्जन छोटे ट्रक से गौ वंश की भयंकर तस्करी लगातार जारी है. ईयर टैगिंग में भी घोटाला किया जा रहा हैं. जिले में अलग- अलग वार पर अलग-अलग गांवों में मवेशी बाजार लग रहे हैं. जहां 300-400 गायें खरीदी-बेची जाती हैं. बाजार समिती के शीर्ष पर बैंठे लोग तस्करी का कारोबार चलाने का आरोप गौ प्रेमियों ने किया. आज दोपहर आयोजित पत्रकार वार्ता में अजीत पाल सिंह मोंगा, संदीप वैद्य, दीपक मंत्री, अभिषेक दीक्षित, संतोष गरहवार, प्रदीप सोलंके, पंकज पांडे, कपिल पांडे आदि मौजूद थे. इन लोगों ने पिछले दिनो नांदगांव पेठ थाना क्षेत्र में टनों चमडा लदा ट्रक पकडे जाने के मुद्दे पर भी सवालों की बौछार की.
20 टन खाल आयी कहां से
गौ प्रेमियों ने पुलिस एक्शन को लेकर नाना प्रकार के प्रश्न उपस्थित किए. उन्होंने बताया कि पुलिस ने 14 चक्का ट्रक लगभग 20 टन मृत खाल जप्त की. अर्थात 50 हजार से अधिक गाय, भैेंस का अवैध वध किया गया हैं. गौ प्रेमियों ने सवाल उठाया कि इन लोगों को यह सब चलाने का अधिकार किसने दिया? उपर से उनके सर्टिफिकेट में दो लोगों को गाडीवान चलाने में नियोजित बताया गया हैं.
इतना माल आया कहां से?
गौ प्रेमियों ने कहा कि पुलिस की पुछताछ में आरोपियों और संबंधितों ने कहा कि यह डेड स्किन हैं. जो बील हैं वह सभी कम कीमत के हैं. गौ प्रेमियों ने सवाल उठाया कि इतनी बडी मात्रा में खाल कहां से आयी. यह सब उनके पास कहां से आता हैं. इसका जवाब यह हैं कि हर दिन किसी न किसी गांव, कस्बे में मवेशी बाजार होता हैं. वहां से तस्करी होती हैं. इन बाजारों पर सख्त नियंत्रण की मांग गौ प्रेमियों ने उठाई. उन्होंने ब्यौरा देते हुए बताया कि रविवार को चांदूर बाजार, सोमवार को परतवाडा, नरखेड, मंगलवार को काटोल, शेलू बाजार, बुधवार को अंजनसिंगी, गुरुवार को काटोल, शुक्रवार को बडनेरा, शनिवार को आंजी और भाईपुर में मवेशी बाजार भरते हैं. उनमें अधिकांश किसान नहीं होने का आरोप भी लगाया गया. सरकार व्दार टैगिंग अनिवार्य करने के बाद भी नियमों का पालन नहीं करने का आरोप कर गौ प्रेमियों ने कहा कि यह लोग निजी कंपनियों की ईयर टैग बनवाकर उसका दुरुपयोग कर रहें हैं. गौ प्रेमियों ने तस्करी कर रहे वाहनों को जप्त करने की मांग करते हुए. टैगिंग अनिवार्य करने का मुद्दा उठाया.

भयंकर धंधा
गौ प्रेमियों ने आरोप लगाया कि रोज 300 से अधिक गाय/ गौवंश को वध के लिए अमरावती लाया जाता हैं. अवैध गतिविधियां लगातार बढ रही हैं. उन्होंने एरिया के नाम लिए. जिसके अनुसार मोर्शी, तलेगांव, काटोल, कुर्‍हा, दर्यापुर, मार्डी, माना कुरुम से लेकर लालखडी, वलगांव , नांदगांव के रास्ते यह गतिविधियां हो रही हैं. गौमास अर्थात बीफ धडले से बेचे जाने का आरोप कर हड्डियों को भी प्रक्रिया पश्चात यूपी, एमपी भेजा जाता हैं. यह सब करोडो का धंधा होने का आरोप कर गौ प्रेमियों ने महाराष्ट्र में गौवंश हत्या प्रतिबंध कानून की धज्जीयां उडने का आरोप किया.

 

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