गोबर खाद का इस्तेमाल उर्जा निर्मिती के लिए बायोगैस में होता है
एक ट्रैक्टर के तीन हजार रुपए
अमरावती/दि.17– गाय-भैंस का गोबर, मूत्र और गोठे का चारा आदि घटको से तैयार होनेवाले खाद को गोबर खाद कहते है. खाद का इस्तेमाल उर्जा निर्मिती के लिए बायोगैस में किया जाता है. शेष रहे पतले खाद का इस्तेमाल पोषक अन्नद्रव्य के रुप में फसलों को बढाने के लिए किया जाता है. गोबर खाद से फसल को संजीवनी मिलती है. गोबर खाद का इस्तेमाल पोषक अन्नद्रव्य के रुप में किया जाता है.
* गोबर खाद के भाव क्या?
अमरावती जिले में फिलहाल गोबर खाद के भाव प्रति ट्रैक्टर तीन हजार रुपए है. कुछ तहसील में 2500 रुपए में भी एक ट्रैक्टर दिया जाता है. हाल में गोबर खाद का महत्व बढने से बुआई के सत्र में वह मिलना कठिन रहता है. इस कारण किसान कुछ माह पूर्व ही गोबर खाद का सौदा कर लेते है.
* रासायनिक खाद का फसलों पर दूष्परिणाम
रासायनिक खाद का इस्तेमाल करते समय उचित प्रमाण नहीं रखा तो खेती पर दूष्परिणाम होता है. इस कारण कृषि विशेषज्ञ भी गोबर खाद का इस्तेमाल करने की सलाह देते है. इस बार कीमत बढाकर भी किसान गोबर खाद की मांग कर रहे है.
* फसलों के लिए अच्छा
जमीन का पानी रोकने की क्षमता बढती है. सामू में अपेक्षित बदलाव होता है. इल्ली का संचार बढता है. सफेद जडो की बढोतरी होकर फसल संपूर्ण सत्र में निरोगी रहती है. गोबर खाद का इस्तेमाल करने पर उत्पादन अच्छा और उसमें बढोतरी होती है.
* गोबर खाद तैयार कैसे करोगे
कोठे के पास गड्ढे में पूर्ण वर्ष गोबर डालकर रखा तो वह सूखने से खाद तैयार होता है. गोबर खाद तैयार करने की यह पारंपारिक पद्धति है. कृषि विषेशज्ञो की तरफ से और एक पद्धति विकसित की गई है. गोबर खाद अच्छा सुखाने के लिए कंपोस्टींग कल्चर इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है.