बडे अनूठे ढंग से कोविड जनजागृति कर रही हैं सीपी डॉ. आरती सिंह
वीडियो के जरिये जारी किया प्रेरक संदेश
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जनप्रतिनिधियों व डॉक्टरों का शामिल किया अभियान में
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महामारी के खात्मे हेतु कल्पकशिलता से ले रही काम
अमरावती/दि.6 – पेशे से डॉक्टर रहनेवाली अमरावती शहर की पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने अमरावती शहर में लगातार बढ रही कोविड संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शहरवासियों को हालात की गंभीरता समझाने हेतु एक बडा अनूठा तरीका खोज निकाला है. जिसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना एक प्रेरक संदेश जारी किया है. इस हेतु जारी किये गये वीडियो में सीपी डॉ. आरती सिंह ने शहर के तमाम जनप्रतिनिधियों व विशेषज्ञ डॉक्टरों के भी वीडियो संदेश शामिल किये है और लोगों को कोविड के खतरे के प्रति आगाह करते हुए इस संक्रामक महामारी से बचने हेतु आवश्यक सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
इस वीडियो में पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्वारा हालात की गंभीरता को समझाने का प्रयास करने के साथ ही नागरिकों की जान बचाने हेतु चौबीसों घंटे काम करनेवाले डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों तथा अन्य संबंधितों की मेहनत का जिक्र किया गया है. साथ ही लगातार बढते संक्रमितों के कारण बेड व ऑक्सिजन की समस्या का जिक्र करते हुए यह भी कहा गया कि, यदि सभी नागरिक पूरा सहयोग करे, तो निश्चित तौर पर कोरोना को हराया जा सकता है. ऐसे में सभी ने स्वअनुशासन का पालन करना चाहिए.
घर पर रहें, कोरोना से बचे
पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह के मुताबिक विगत एक वर्ष से चल रहे कोविड संक्रमण की वजह से लाखों लोग संक्रमित होकर अस्पताल में भरती हुए है और अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. जिनमें बडी संख्या में युवाओं का भी समावेश है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, इस बीमारी के खतरे को देखते हुए हर कोई अपने-अपने घर पर ही रहें और बिना वजह घर से बाहर न निकले.
पुलिस के साथ सहयोग करे सभी
राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के मुताबिक इस समय कोविड संक्रमण की रफ्तार काफी अधिक तीव्र हो गयी है, इसके बावजूद लोगबाग बिना वजह बाहर घूम रहे है. जिसकी वजह से सरकार, प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य महकमे पर काम का अनावश्यक बोझ बढ रहा है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, लोगबाग बेवजह बाहर नहीं घूमे और प्रशासन व पुलिस के साथ सहयोग करें.
हमारी भलाई के लिए है पुलिस की सख्ती
जिले की सांसद नवनीत राणा के मुताबिक विगत एक वर्ष से हम सभी कोविड संक्रमण की समस्या को झेल रहे है और प्रशासन तथा पुलिस विभाग द्वारा राज्य व केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन करवाने हेतु तमाम आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. ऐसे में नागरिकों को भी यह समझना होगा कि, सभी तरह के प्रतिबंधात्मक उपाय और सख्तियां हमारी अपनी भलाई के लिए है. ऐसे में सभी नागरिकों ने मास्क, सैनिटाईजर व सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन करते हुए पुलिस एवं प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए.
हर कोई जिम्मेदार बने
बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा के मुताबिक कोविड संक्रमण की लगातार बढती रफ्तार की वजह से स्वास्थ्य एवं पुलिस प्रशासन पर काम का दबाव बढ रहा है. इसे कम करने हेतु बेहद जरूरी है कि, हर कोई त्रिसूत्री नियमों का पालन करे और बिना वजह घर से बाहर न निकले. यदि हर कोई अपनी जिम्मेदारी का परिचय देता है, तो इससे कोविड संक्रमण की चेन को तोडने में मदद मिलेगी.
घर पर रहकर सहयोग करे सभी
अमरावती निर्वाचन क्षेत्र की विधायक सुलभा खोडके के मुताबिक इस समय कोरोना की संक्रामक महामारी जमकर कहर ढा रही है. जिससे निपटने हेतु प्रशासन के साथ ही पुलिस महकमा भी पूरी तरह से सजग है. ऐसे में सभी नागरिकों को चाहिए कि, वे भी अपनी जिम्मेदारी को समझे और प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए कुछ समय के लिए अपने-अपने घरों पर ही रहे. यहीं इस समय कोविड महामारी के खिलाफ जारी जंग में सबसे बडा सहयोग होगा.
हमारी रक्षा के लिए अपनी जान खतरे में डाल रहे कोविड योध्दा
पूर्व पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील के मुताबिक विगत एक वर्ष से कोरोना की संक्रामक महामारी के खिलाफ चल रही जंग में हम सभी नागरिकों की रक्षा करने हेतु पुलिस महकमे के अधिकारी व कर्मचारी लगातार ऑन रोड ड्यूटी कर रहे है. हम सभी ने इन कोविड योध्दाओं द्वारा किये जा रहे कामों का सम्मान करना चाहिए और प्रतिबंधात्मक नियमों व कोविड त्रिसूत्री का पालन करते हुए पुलिस को सहयोग देना चाहिए.
लक्षण दिखाई देते ही अपनी जांच करवाये
शहर के ख्यातनाम चिकित्सक डॉ. विजय बख्तार ने अपने संदेश में कहा है कि, यद्यपि कोरोना अपने आप में एक बेहद गंभीर बीमारी है. किंतु आवश्यक सतर्कता बरतते हुए इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है. कोरोना के लक्षण पहले सप्ताह में बेहद सामान्य रहते है. जिसके तहत सर्दी-खांसी व बुखार सहित डायरिया के लक्षण दिखाई देते है. वहीं दूसरे सप्ताह में ये बीमारी गंभीर रूप धारण करती है. जिसके बाद मरीज अपना इलाज कराने हेतु डॉक्टर के पास पहुंचते है. ऐसे में कई बार मरीज की हालत अत्याधिक गंभीर भी हो जाती है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, तबियत में कोई भी गडबडी दिखाई देने पर पहले सप्ताह में ही कोविड टेस्ट करवायी जाये.