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पीएसआय राजमले को सीपी का नोटिस

बबलू गाडे की तडीपारी के ब्रेक का कारण आया सामने

* आदेश तामील न करते हुए गए थे छुट्टी पर
अमरावती/दि.22- फे्रजरपुरा थाने के उपनिरीक्षक गजानन राजमले व्दारा प्रशासकीय देरी के कारण कुख्यात अपराधी बबलू गाडे की तडीपारी को ब्रेक लगने की सनसनीखेज बात उजागर हुई हैं. इस बारे में सीपी डॉ. आरती सिंह ने पीएसआय को कारण बताओ नोटिस जारी किया हैं. बता दें कि बबलू गाडे पुलिस हिरासत से अस्पताल से भाग निकला. जबकि उस पर गत 6 नवंबर को पूर्व नगरसेवक के बेटे पर तलवार से वार करने का आरोप था और इसी आरोप के कारण व पुलिस की कस्टडी में था.
* उपायुक्त साली का आदेश
बबलू गाडे अनेक मामलों में लिप्त रहने के कारण गत 17 अक्तूबर को ही उपायुक्त विक्रम साली ने उसे तडीपार किया था. इस आदेश के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी उपनिरीक्षक राजमले को दी गई थी. राजमले ने आदेश तामिल करने में विलंब कर दिया. जिससे गाडे की तडीपारी रुक गई. इसी दौरान आरोपी ने गत 6 नवंबर को दिनदहाडे फे्रजरपुरा क्षेत्र में वाइन शॉप पर चाकू और तलवार चला दी. इसमें सूरज उर्फ गोलू भारत चौधरी और बबलू गाडे दोनो घायल हो गए. गाडे की मां की शिकायत पर पुलिस ने गोलू चौधरी और पूर्व नगरसेवक भारत चौधरी के विरुद्ध तथा गोलू की शिकायत पर बबलू गाडे और तीन अन्य के विरुद्ध हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया.
* अस्पताल से भागा बबलू
याद दिला दें कि गोलू चौधरी इर्विन अस्पताल में दाखिल हुआ था. वहां से निजी अस्पताल गया और फिर भाग गया. बबलू गाडे को भागने न देने दो पुलिस तैनात किए गए थे. बबलू उन्हें चकमा देकर गत 11 नवंबर को अस्पताल से भाग खडा हुआ. जिसके कारण सीपी के आदेश पर थानेदार अनिल कुरलकर का आनन-फानन में तबादला किया गया और गाडे की देखरेख के लिए तैनात दोनो अमलदार को निलंबित किया गया. इसी मामले में यह भी खुलासा हुआ कि बबलू गाडे की तडीपारी का आदेश जारी हुआ था.
* राजमले गए छुट्टी पर
पुलिस सूत्रों ने बताया कि, गाडे की तडीपारी का आदेश 20 अक्तूबर को राजमले को सौंपा गया था. बबलू गाडे को हिरासत में लेकर उसे दूसरे जिले में न छोडते हुए राजमले छुट्टी पर चले गए. उसी प्रकार अपनी छुट्टी उन्होंने बढा भी ली. पुलिस सूत्रों का कहना है कि राजमले ने दी गई जिम्मेदारी दूसरे सहयोगी को सौंपनी चाहिए थी, अथवा आदेश का पालन नहीं हो पाने की बात वरिष्ठ अधिकारियों के ध्यान में लानी चाहिए थी. ऐसा कुछ भी न करते हुए राजमले ने गाडे की तडीपारी का आदेश अपने पास रखा. बबलू मुक्त घूमता रहा. 6 नवंबर को उसने तलवार चला दी. महकमे में चर्चा है कि, अस्पताल से भागकर बबलू ने तीन पुलिस अधिकारी-कर्मचारी को हिटविकेट भी कर दिया. अब सीपी ने पीएसआय राजमले को कारण बताओ नोटिस जारी की हैं. सीपी की स्ट्रॉग पोलिसिंग देखते हुए लगता है कि, राजमले पर कार्रवाई होगी. फिलहाल कार्रवाई के स्वरुप को लेकर खाकी ने चुप्पी साध रखी हैं.

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