डॉ. रवि भूषण पर हुए जानलेवा हमले के बाद सीपी रेड्डी ने उठाये ऐहतियाती कदम
अब ‘इर्विन’ व ‘सुपर’ में 24 घंटे रहेगा पुलिस बंदोबस्त
* दोनों अस्पतालों में दो शिफ्ट के तहत तैनात रहेंगे 10-10 पुलिस कर्मी
* अस्पताल परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने लगाये जाएंगे हाईरिजोल्युशन कैमरे
अमरावती/दि.17 – दो दिन पूर्व स्थानीय इर्विन अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर कार्यरत कोविड योद्धा डॉ. रवि भूषण पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था. इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने इर्विन अस्पताल सहित सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति को टालने तथा अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु बेहद ठोस कदम उठाने शुरु कर दिये है. जिसके चलते अब जिला सामान्य अस्पताल सहित सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में चौबीसों घंटे पुलिस की मौजूदगी और तैनाती रहेगी तथा दोनों अस्पतालों में दो-दो शिफ्ट के तहत कुल 10-10 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे. जो अपनी ड्यूटी के दौरान अस्पताल परिसर में लगातार इधर से उधर गश्त भी लगाते रहेंगे.
इस संदर्भ में शहर पुलिस आयुक्तालय से मिली जानकारी के अनुसार दो रोज पहले जिला सामान्य अस्पताल में रात 12.30 बजे के आसपास अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद घर जाने हेतु निकले प्रथम श्रेणी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रविभूषण पर अस्पताल परिसर में मौजूद कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया था. क्योंकि अस्पताल के वार्ड में बिना वजह भीड करने वाले इन लोगों को डॉ. रवि भूषण ने वार्ड में भीडभाड नहीं करने और वार्ड से बाहर चले जाने के लिए कहा था. सीसीटीवी कैमरे के फूटेज में कैद इस घटना की खबर मिलते ही शहर के सभी चिकित्सकों व आम जनमानस में रोष व संताप की लहर व्याप्त हो गई थी तथा आईएमए के पदाधिकारियों ने शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को ज्ञापन सौंपते हुए डॉ. रवि भूषण पर हमला करने वाले आरोपियों पर कडी कार्रवाई करने के साथ ही डॉक्टरों को सुरक्षा मुहय्या कराने की मांग उठाई. ऐसे में इस पूरे मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए सीपी रेड्डी ने कुछ ऐहतियाती कदम उठाने का निर्णय लिया.
पता चला है कि, इर्विन अस्पताल में रहने वाली पुलिस चौकी पर तैनात कोतवाली पुलिस के स्टाफ के अलावा अब इर्विन अस्पताल में शहर पुलिस आयुक्तालय की ओर से एक एएसआई व 4 पुलिस कर्मियों का दल चौबीसों घंटे ड्यूटी पर तैनात रहेगा. जिसके तहत इर्विन अस्पताल में दो शिफ्ट हेतु ऐसे दो पथक नियुक्त किये जाएंगे. ठीक इसी तर्ज पर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में भी दो पथकों की दो शिफ्ट में तैनाती होगी. अलग-अलग शिफ्ट में तैनात रहने वाले इन पथकों द्वारा अस्पताल में किसी एक स्थान पर रहने की बजाय पूरा समय अस्पताल परिसर में इधर से उधर गश्त लगाई जाएगी. साथ ही कहीं पर भी किसी भी तरह की कोई गडबडी दिखाई देने पर खुद एक्शन लेते हुए कोतवाली पुलिस को सूचित किया जाएगा.
इसके साथ ही सीपी रेड्डी ने अपने मातहत अधिकारियों के जरिए जिला सामान्य अस्पताल एवं सुपर स्पेशालिटी अस्पताल का सीसीटीवी कैमरों के लिहजा से सर्वे भी कराया और पाया कि, दोनों अस्पतालों में अब भी कई ऐसे स्थान है जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए है. ऐसे में सीपी रेड्डी ने दोनों अस्पतालों में प्रत्येक स्थान पर नजर रखने हेतु सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर अस्पताल प्रबंधन के साथ आज दोपहरबाद बैठक भी की.
* अब मरीज के साथ वार्ड में रह सकेगा कोई एक परिजन
इसके साथ ही सीपी रेड्डी ने अस्पताल प्रशासन को यह सुझाव भी दिया कि, अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती होने वाले एक मरीज के साथ वार्ड में उसके किसी एक परिजन या रिश्तेदार को ही रोकने की अनुमति दी जानी चाहिए. ताकि अस्पताल के भीतर बिना वजह की भीडभाड को टाला जा सके. इस बात की ओर दोनों सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी पर तैनात पुलिस पथकों द्वारा भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. खास तौर पर रात के समय इर्विन अस्पताल परिसर व सुपर स्पेशालिटी अस्पताल परिसर में बिना वजह मौजूद रहने वाली ‘बेकारी’ को तुरंत बाहर निकाला जाएगा, ताकि अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को किसी भी तरह की कोई तकलीफ न हो. वहीं कुछ विशेष स्थिति रहने पर ही अस्पताल प्रबंधन की अनुमति से किसी मरीज के पास एक से अधिक और अधिकतम तीन लोगों को रुकने की अनुमति दी जाएगी. ऐसा भी सीपी रेड्डी द्वारा बताया गया है.