मोर्शी/ दि.11 – बेटे का झुला बनाने के लिए टीन के उपर से टायर निकालकर देने के मामूली बात पर गुस्से में आकर मैंने रुपाली को लातघुसों से पीटा. इसमें उसकी मौत हो गई, ऐसा आरोपी धनराज चढोकार ने पुलिस के समक्ष अपराध कबुल किया. इस दौरान उसने पुल के उपर से नदी के तेज बहाव वाले पानी में रुपाली की लाश फेंकी. परंतु रुपाली की लाश अबतक नहीं मिली. आरोपी धनराज को अदालत ने 13 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है. यह सनसनीखेज मामला 7 अगस्त को मोर्शी तहसील के पाला में उजागर हुआ है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पाला निवासी आरोपी धनराज चढोकार ने रुपाली मंगेश सराटकर को मामूली बात पर घर में बेदम पीटा. बेहोशी की हालत में उसे घर में अकेला छोडकर रुपाली के 11 वर्षीय बेटे के साथ श्रीक्षेत्र सालबर्डी चले गया. शाम 5 बजे घर वापस लौटा तो रुपाली घर में वैसी ही बेहोशी की हालत में पडी थी. तब धनराज रुपाली को उसके बेटे के साथ मोर्शी के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गया. परंतु डॉक्टर ने रुपाली को उपजिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी. तब धनराज का माथा ठनक गया. वह जंगल में परिचित व्यक्ति के पास लेकर गया. उसने धनराज को बताया कि, रुपाली अब कोई काम की नहीं रही. उसके बाद धनराज ने वापस रुपाली के बेटे को गांव में छोडने के बाद रुपाली को अपने साथ ले गया और आठनेर रोड पर स्थित नदी के पुल पर से रुपाली को नदी के तेज बहाव वाले पानी में फेंक दिया. ऐसा अपराध धनराज ने पुलिस के सामने कबुल कर लिया. मोर्शी के थानेदार श्रीराम लांबाडे खुद पुलिस दल के साथ लगातार तीन दिनों से रुपाली की लाश खोज रहे है. परंतु अब तक रुपाली या उसकी लाश का पता नहीं चल पाया.