एसटी डिपो प्रमुख उमेश इंगले के खिलाफ छेडखानी का अपराध दर्ज
विशाखा समिति की शिकायत पर पहला अपराध दर्ज
अमरावती/ दि.24 – अमरावती बस डिपो के तत्कालीन डिपो व्यवस्थापक से परेशान होकर पीडित महिला कंडक्टर ने विशाखा समिति को शिकायत दी थी. जिसके आधार पर जांच के बाद विशाखा समिति की रिपोर्ट के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने तत्कालीन डिपो व्यवस्थापक उमेश वाल्मिक इंगले (56) के खिलाफ महिला के साथ छेडखानी करने का अपराध दर्ज किया है.
अमरावती बस डिपो में वर्ष 2017 में डिपो प्रमुख के रुप में उमेश इंगले कार्यरत था. उस समय महिला कंडक्टर कोे बस में बगैर टिकट यात्रा करने वाले मामले में पकडा था. इस वजह से डिपो व्यवस्थापक इंगले के समक्ष महिला की पेशी की. महिला को सजा देना है या नहीं यह अधिकार इंगले को था. तब इंगले के केबिन में महिला प्रस्तुत हुई तब इंगले ने महिला को लज्जा निर्माण हो, इस तरह से उसे स्पर्श किया. यह देखकर महिला कंडक्टर केबिन से बाहर निकल गई. इसके बाद इंगले लगातार महिला को फोन कर बाहर मिलने के लिए बुलाता था. इतना ही नहीं तो इंगले डिपो की एक महिला के माध्यम से पीडित महिला को मिलने जाने के लिए दबाव डालने लगा. मगर उस महिला ने इंगले से मिलने से इन्कार किया.
उसके बाद इंगले का दबाव बढ जाने के कारण पीडित महिला ने संगठना के पदाधिकारियों से इस बारे में शिकायत की थी. तब संगठना के पदाधिकारियों ने सिटी कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दी थी, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद 2021 में पीडित महिला ने पालकमंत्री यशोमती ठाकुर से शिकायत की. उस समय हरिसाल की वनपरिक्षेत्र अधिकारी दीपाली चव्हाण आत्महत्या का मामला गुंज रहा था. इस वजह से उस ओर ध्यान नहीं दिया गया और उमेश इंगले का अमरावती विभाग से परभणी में तबादला किया गया. इसके बाद यह मामला ठंडा पड गया. दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले के बाद हर सरकारी कार्यालय में विशाखा समिति स्थापित कर सक्रीय की गई. इस वजह से इस मामले को गति मिली और 22 जून 2022 को पीडित महिला की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस थाने में तत्कालीन डिपो प्रमुख उमेश इंगले के खिलाफ महिला के साथ छेडखानी करने का अपराध दर्ज किया गया. फिलहाल उमेश इंगले यवतमाल में कार्यरत है. जल्दी ही सिटी कोतवाली पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी.