अमरावती/दि.22 – पति-पत्नी के विवाद को लेकर लवाद अदालत में मामला पहुंचने के बाद लवाद अदालत की महिला न्यायाधीश व क्लर्क व्दारा पीडित महिला को न्यायालय में बुलाकर अपमानित किया गया. इतना ही नहीं तो उनके साथ अश्लिल हरकते कर छुटकारा पाने के लिए लाखों रुपए की फिरौती भी मांगने का आरोप लगाया गया है. जिसके पश्चात महिला ने गाडगे नगर पुलिस थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले में पुलिस ने संबंधित महिला न्यायाधीश समेत क्लर्क के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है.
मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता महिला के पति के साथ पारिवारिक विवाद शुरु थे. जिसके कारण शिकायतकर्ता अपने मायके चली गई. उसे 14 माह का बेटा भी है. परंतु शिकायतकर्ता के पति ने इस मामले को लवाद न्यायालय में आरोपी क्लर्क सिध्दार्थ रामटेके के हस्ताक्षर लेकर दाखिल किया. जिसके बाद शिकायतकर्ता महिला इस मामले में किसी भी न्याय की अपेक्षा न रखते हुए न्यायालय में केस न चलाने के लिए अपील करते हुए लवाद न्यायालय में जाने के लिए इन्कार कर रही थी, लेकिन संबंधित न्यायाधीश महिला जबर्दस्ती करने लगी. जिसके पश्चात विगत दो महिने पूर्व शिकायतकर्ता महिला लवाद न्यायालय में उपस्थित हुई. जहां पर उसे 200 रुपए जुर्माना भरने को कहा गया और दिनभर खडे रहने की सजा दी गई. इतना ही नही तो, बच्चे की कस्टडी के लिए संबंधित महिला न्यायाधीश ने एक लाख रुपए व क्लर्क सिध्दार्थ रामटेके ने 50 हजार रुपए की मांग की. पैसे न रहने पर आरोपी व्दारा शारीरिक सुख की मांग भी की गई. लेकिन शिकायतकर्ता महिला ने साफ इन्कार किया. यह मामला उजागर होते ही पीडिता ने गाडगे नगर पुलिस थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. शिकायत प्राप्त होते ही गाडगे नगर पुलिस ने क्लर्क सिध्दार्थ रामटेके सहित संबंधित महिला न्यायाधीश के खिलाफ छेडखानी व फिरौती मांगने को लेकर विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज करते हुए मामले की जांच पडताल शुरु की है.