हत्या का प्रयास करने वाले पति के खिलाफ अपराध दर्ज
लोहे की सलाख से पत्नी को मारा, दो बच्चों को जहर पिलाया
* खुद पति ने भी किया आत्महत्या का प्रयास
* तीनों पर नागपुर में इलाज जारी, खतरे से बाहर
* नांदगांव पेठ पॉवर हाउस के पास की सनसनीखेज घटना
अमरावती/ दि.4– नांदगांव पेठ पॉवर हाउस के पास झोपडपट्टी में घरेलु विवाद पर पति महेंद्र राउत ने पत्नी ज्योत्स्ना राउत पर लोहे की सलाख से हमला कर घायल कर दिया. उसके बाद पुलिस पकडेगी इस डर के मारे सिरफिरे ने खुद के 5 वर्षीय बेटे आदर्श व 2 वर्षीय अनन्या को जहर पिलाने के बाद पति महेंद्र ने भी जहर गटककर आत्महत्या का प्रयास किया. जहर पीने के कारण तीनों की हालत नाजूक होने की वजह से पहले जिला अस्पताल और इसके बाद तीनों को नागपुर रेफर किया गया. तीनों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है. पत्नी की शिकायत पर महेेंद्र के खिलाफ नांदगांव पेठ पुलिस ने हत्या करने के प्रयास का अपराध दर्ज किया है. महेंद्र के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी.
महेंद्र सुरेश राउत (30, मालीपुरा, नांदगांव पेठ) यह दफा 307, 328, 324, 323, 504, 506 के तहत नामजद किये गए हत्या का प्रयास करने वाले आरोपी पति का नाम है. महेंद्र की पत्नी ज्योत्स्ना महेंद्र राउत (24, मालीपुरा, नांदगांव पेठ) ने नांदगांव पेठ पुलिस थाने में दी शिकायत के अनुसार कल मंगलवार दोपहर के वक्त पति महेंद्र ने घरेेलु मामूली बात को लेकर विवाद किया और गुस्से में आकर लोहे की सलाख से बेदम पीटा. इतना ही नहीं तो अपने 5 वर्षीय बेटे आदर्श व 2 वर्षीय अनन्या को जहर पिलाया. इसके बाद खुद भी जहर पी लिया. खुद की जान की परवाह न करते हुए ज्योत्स्ना उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंची. हालत नाजूक होने के कारण उन्हें नागपुर रेफर किया गया. नागपुर के मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है. सभी खतरे से बाहर बताये गए है. आदर्श के स्कूल में प्रवेश को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था. पति महेंद्र के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी, इसके बाद महेंद्र ने उठाए घातक कदम का पर्दाफाश होगा, ऐसी जानकारी नांदगांव पेठ के थानेदार प्रवीण काले ने दी.
रोजाना होता था विवाद
नांदगांव पेठ के मालिपुरा में रहने वाले राउत दम्पति के बीच हमेशा विवाद होता था. मालिपुरा के साथ महेंद्र समीपस्थ पॉवर हाउस परिसर की अतिक्रमित झोपडी में भी रहता था. हमेशा की तरह मंगलवार को मामूली बात पर उसने विवाद किया. इसके कारण पूरा परिवार पॉवर हाउस के पास झोपडी में पहुंचा. वहां पहुंचकर महेंद्र ने ज्योत्स्ना को लोहे की सलाख से मारा. ज्योत्स्ना अपनी जान बचाते हुए उसने आदेश और अनन्य दोनों बच्चों को जहरीली दवा पिला दी. दोनों बच्चों को जहर पिलाने के बाद खुद ने भी जहर पीकर आत्महत्या का प्रयास किया. कुछ ही दूरी पर उपस्थित ज्योत्स्ना के समझ में यह बात आयी, तब तत्काल उन्हें जिला अस्पताल लेकर भागी थी.