एक्सपायर छाछ बेचने वाले दुकानदार पर अपराध दर्ज
महाराष्ट्र राज्य पत्रकार संघ के आंदोलन को मिली सफलता

* हल्दीराम का उत्पाद पीने से पत्रकारों को हुई थी विषबाधा
अमरावती/दि.29– शहर के एक प्रतिष्ठान में हल्दीराम कंपनी के एक्सपायर हुए छाछ बेचने तथा उससे कुछ पत्रकारों को विषबाधा होने के मामले में आखिरकार पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए संबंधित के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. बता दें कि, महाराष्ट्र राज्य पत्रकार संघ द्वारा इस मामले का नियमित रुप से फोलोअप लिया जा रहा था. आखिरकार उनके आंदोलन को सफलता मिली है.
बता दें कि, जिस दुकानदार पर पुलिस ने अपराध दर्ज किया है, उस दुकान का नाम सुगंध डेली नीड्स एण्ड पान सेंटर बताया जाता है. सिटी कोतवाली पुलिस ने महाराष्ट्र राज्य पत्रकार संघ के विदर्भ अध्यक्ष नयन मोंढे के नेतृत्व में किये गये आंदोलन के पश्चात यह कार्रवाई की गई. सिटी कोतवाली पुलिस ने हल्दीराम कंपनी का छाछ पीने से पत्रकारों को विषबाधा हुई क्या? इसका भी खुलासा मांगा. जिसमें जिला सामान्य अस्पताल के डॉक्टरों की रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है. ऐसा पत्र भी पुलिस प्रशासन को सौंपा है. इस आधार पर पुलिस ने सुगंधी डेली नीड्स एण्ड पान सेंटर के मालिक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 125, 275 के तहत अपराध दर्ज किया है. बता दें कि, 11 मार्च को हिंदवी स्वराज्य प्रतिष्ठान की प्रेसवार्ता के पश्चात यह घटना घटित हुई थी. जिसमें 7 माह पूर्व ही एक्सपायर हुई हल्दीराम कंपनी की छाछ आयोजकों द्वारा संबंधित प्रतिष्ठान से लाई ग़ई. जिसे पीते ही पत्रकारों की हालत गंभीर होने से उन्हें जिला सामान्य अस्पताल में दाखिल किया गया.
इनमें मुख्य रुप से पत्रकार विनोद इंगले, यूट्यूब चैनल की संपादक अर्चना रक्षे, सोमेश्वर जेवडे का समावेश रहा. मामले में विनोद इंगले व सोमेश्वर जेवढे की हालत गंभीर थी. उन्हें लगातार चार दिनों तक अस्पताल में उपचारार्थ रखने के पश्चात दोनों का स्वास्थ्य स्थिर हुआ. अब शहर में इस प्रकार एक्सपायरी उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ऐसी मांग संगठन द्वारा की जा रही है. इस पूरे मामले में महाराष्ट्र राज्य पत्रकार संघ के विदर्भाध्यक्ष नयन मोंढे, शहराध्यक्ष विक्रम ढोके, विनोद इंगले, संपादक सुधीर गणवीर, मनीष गुढधे, अर्चना रक्षे, सोमेश्वर जेवडे, संजय तायडे, नकुल नाईक, धनराज खर्चान, राजा वानखडे, नितिन मुले, मीनाक्षी कोल्हे, उज्ज्वल भालेकर, स्वप्निल सवाले, संजय मोहोड के साथ अन्य पत्रकारों ने भी मामले को अंत तक पहुंचाने सहयोग दिया है.