ग्रामसेवक द्बारा फांसी के मामले में संबंधितों पर अपराध दर्ज
सुसाईट नोट के आधार पर बडनेरा पुलिस ने शुरु की तहकीकात
* घरकुल घोटाले में फंसने के कारण उठाया घातक कदम
अमरावती/दि.22 – बडनेरा पुलिस थाना क्षेत्र के दुर्गापुर स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर परिसर के बड के पेड के सहारे फांसी लगाकर नांदगांव पेठ के ग्रामसेवक चेतन राठोड ने आत्महत्या कर ली. घरकुल के घोटाले मेें फंसे राठोड को निलंबित किया गया था. इस बात से निराश होकर उन्होंने घातक कदम उठाया. आत्महत्या से पहले ग्राम सचिव के वाट्सएप ग्रुप पर उन्होंने भावनिक सुसाइट नोट पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने आत्महत्या का पूरा कारण स्पष्ट लिखा. इस सुसाइट नोट के आधार पर पुलिस ने आत्महत्या करने के लिए जिम्मेदार संबंधित लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. ऐसी जानकारी बडनेरा के थानेदार विजय दिघे ने दी.
चेतन गोपीचंद राठोड नांदगांव खंडेश्वर यह फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले ग्रामसेवक का नाम है. चेतन राठोड ने ग्रामसेवकों के एक वाट्सएप ग्रुप पर वाट्सएप ग्रुप पर मैसेज छोडा था. जिसमें वह आत्महत्या कर रहा है, ऐसा उल्लेख करते हुए विस्तृत जानकारी दी थी. ग्रुप के सदस्यों ने संदेश पढते ही राठोड की खोज शुरु की. परंतु उससे पहले चेतन राठोड ने बडनेरा पुलिस थाना क्षेत्र के दुर्गापुर स्थित हनुमान मंदिर परिसर के बरगद के पेड के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. घटना की खबर मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्तपाल रवाना की. घटना स्थल पर राठोड की कार खडी थी. उस कार में उन्हें निलंबित किया पत्र मिला. पुलिस ने वह पत्र बरामद कर लिया. इसके साथ ही ग्रुप पर मिले सुसाइट नोट के आधार पर संबंधित लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. परंतु पुलिस ने फिलहाल आरोपियों के नाम उजागर नहीं किए. इस मामले में अब तक किसी ने शिकायत नहीं दी. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.
मृत्यु पूर्व चेतन राठोड ने लिखे सुसाइट नोट में कहा है कि, उसे सेवा से कम किया गया. इस कार्रवाई से विचलित होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया है. विस्तृत जानकारी के साथ लिखी चिट्ठी में उन्होंने महाराष्ट्र के सभी ग्रामपंचायत बंद करने की मांग ग्रामसेवा संगठना के अध्यक्ष कमलाकर वनवे से की है. उनके जाने के बाद परिवार खुले में आ जाएगा. उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए महाराष्ट्र के सभी ग्रामसेवक, ग्रामविकास अधिकारी प्रति 1 हजार रुपए आर्थिक सहायता करें, ऐसी भावनिक मांग भी उन्होंने की है. सुसाइट नोट में उन्होंने यह भी कहा है कि, फुबगांव में वर्ष 2012-13 में अतिरिक्त ग्रामपंचायत का काम संभालते समय उनके उपर निकाली गई 29 लाख रुपए की रिकवरी व चोरमाहूली स्थित घरकुल घोटाले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उन्हें सेवा से कम किया गया. इस कार्रवाई एक-तरफा की गई है, ऐसा आरोपी भी राठोड ने सुसाइट नोट में लगाया. उन्होंने यह भी कहा है कि, शासन के घरकुल की निधि सीधे लाभार्थियों के खाते में जमा होती है. लाभार्थी की फाइल केवल मंजूरी के लिए भेजने का काम किए जाने से घोटाले का ठिकरा उनके सिर फोडा गया. ऐसा भी चेतन राठोड ने सुसाइट नोट में उल्लेख किया है. मृत्यु पूर्व लिखे सुसाइट नोट में उन्होंने जिप सदस्य, अधिकारी व पारिवारिक सदस्यों के लिए कुछ विस्तृत संदेश छोडा है. पुलिस सुसाइट नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रहे है, ऐसी भी जानकारी बडनेरा के थानेदार विजय दिघे ने दी.