अमरावती

थानेदार समेत तीन पर अपराध दर्ज

सीआईडी ने दर्ज कराया अपराध

  • पुलिस थाने में आरोपी व्दारा फांसी लगाने का मामला

अमरावती/दि.12 – नाबालिग के साथ अत्याचार किये जाने के आरोप में 50 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार कर वलगांव थाने में लाया गया था. जहां अदालत में पेश करने के पहले ही नामजद आरोपी ने पुलिस थाने के स्टेशन डायरी रुम में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. इस मामले की जांच सीआईडी व्दारा चल रही थी. जिसके चलते सीआईडी की ओर से दी गई शिकायत के मुताबिक वलगांव के तत्कालीन थानेदार जाधव समेत अन्य दो काँस्टेबल के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार बीते 23 अगस्त को वलगांव थाना परिसर निवासी नाबालिग पीडिता के परिजनों ने पुलिस थाने में शिकायत दी थी कि, आष्टी निवासी अरुण बाबाराव जवंजाल (50) ने नाबालिग के साथ अत्याचार किया. शिकायत के आधार पर पुलिस ने अरुण जवंजाल को दोपहर 2 बजे गिरफ्तार कर पुलिस थाने लाया था. मगर खुद अपमानित और आरोपों को देखते हुए अरुण जवंजाल ने अपने ही शर्ट के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जिससे पुलिस थाने में भगदौड मच गई थी. सीआईडी के आला अधिकारी समेत जिला न्यायमूर्ति और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में घटनास्थल का पंचनामा कर मामले की जांच सीआईडी व्दारा की जा रही थी. आखिर वलगांव पुलिस थाने में आत्महत्या के मामले में सीआईडी पुलिस अधिक्षक दीप्ती ब्राह्मणे की शिकायत पर तत्कालीन पुलिस निरीक्षक गोरखनाथ रामनाथ जाधव, पुलिस काँस्टेबल सागर बालकृष्ण गोगटे व रामकृष्ण नामदेव चांगोले के खिलाफ वलगांव पुलिस थाने में दफा 306, 330, 34 व पुलिस निरीक्षक जाधव व कर्मी सागर गागटे के खिलाफ दफा 3 (2) (6) के तहत अपराध दर्ज किया गया है. इस मामले की तहकीकात पुलिस अधिक्षक वीडी मेश्राम कर रहे है.

पुलिस महासंचालक को सौंपी रिपोर्ट

वलगांव पुलिस थाने की घटना के पहले 19 अगस्त की सुबह राजापेठ पुलिस थाने में सागर ठाकरे नामक आरोपी ने भी शर्ट के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना सामने आयी थी. जबकि सागर के खिलाफ फे्रजरपुरा पुलिस थाने में युवती के साथ बलात्कार किये जाने का आरोप लगाया गया था. इस मामले में भी पहले आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर इसकी जांच सीआईडी पुलिस अधिक्षक दिप्ती ब्राह्मणे के मार्गदर्शन में शुरु की गई थी. उन्होंने राजापेठ के मामले में आकस्मिक मौत की रिपोर्ट उपविभागीय दंडाधिकारी को भिजवाया था. इस मामले में एक पुलिस अधिकारी दो कर्मचारियों को लेकर संबंधितों की रिपोर्ट पुलिस महासंचालक को भेजी गई है.

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