अमरावती

आनन-फानन में पुलिस आयुक्त के सामने किए अपराधी पेश

फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में लगी रही 2 घंटे कतार

* सीपी ने 3 घंटो तक ली अपराधिक घटनाओं की समीक्षा
अमरावती/दि.26 – फ्रेजरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र में अवैध व्यवसाय करने वाले और कुख्यात बदमाशों को 10 मिनट में पेश करने का आदेश मिलते ही पुलिस कर्मचारी तेजी से अपने काम में जुट गए. अचानक फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में पहुंचे पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने करीब 3 घंटे तक अपराधिक घटनाओं को लेकर समीक्षा ली. कुछ ही देर में पुलिस थाना क्षेत्र के कुख्यात बदमाशों की पुलिस थाने के सामने लंबी कतार दिखाई दी. 2 घंटे तक एक-एक करके बदमाशों की पुलिस आयुक्त रेड्डी ने खैर-खबर ली. अचानक पुलिस आयुक्त के इस तरह अपनाए गए रवैये से एक तरफ बदमाशों के होश उड गए, दूसरी तरफ पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों में भगदड मच गई.
जानकारी के अनुसार पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र का कामकाज संभालने के बाद मंगलवार की रात पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने गाडगे नगर पुलिस थाने में पहुंचकर एक घंटे तक अपराधिक गतिविधियों की समीक्षा ली थी. उसके बाद कल बुधवार की दोपहर 11.45 बजे पुलिस आयुक्त अचानक सीधे फ्रेजरपुरा पुलिस थाने पहुंचे. पहले उपस्थित अधिकारी व कर्मचारियों को कामकाज को लेकर जरुरी दिशा-निर्देश दिए. जिससे पुलिस कर्मचारियों को ऐहसास होने लगा कि, पुलिस आयुक्त कुछ देर मेंं वहां से चले जाएंगे. परंतु काम की समीक्षा लेने के बाद पुलिस आयुक्त रेेड्डी ने पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को फ्रेजरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र में अवैध तरीके से व्यवसाय करने वाले और कुख्यात बदमाशों को 10 मिनट में पेश करने का आदेश दिया. जिससे हडकंप मच गया.
पहले फ्रेजरपुरा थाना क्षेत्र के अवैध व्यवसायी और कुख्यात आरोपियों को फोन कर बुलाया, तो कुछ खुद पहुंच गए और जो नहीं पहुंचे उनकी धरपकड़ शुरू कर दी. इसके चलते फ्रेजरपुरा थाने के बाहर आरोपियों की कतार लगने लगी. इसके बाद सभी को एक-एक कर पुलिस आयुक्त के सामने पेश किया गया. जहाँ सीपी रेड्डी ने अवैध धंधे और गुंडागर्दी बंद करने की नसीहत दी साथ ही समझाया कि नहीं माने तो रोज कार्रवाई कर थाने में खड़े कर रखेंगे और कार्रवाई से नहीं माने तो उसके बाद जेल भेज देंगे. पुलिस आयुक्त के इस एक्शन से फ्रेजरपुरा थाना समेत आयुक्तालय क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ था. इसके साथ ही अलगा नंबर किसका की चर्चा चल रही है. परंतु जैसे की हमेशा होते आया है. बडी मछली कभी सामने नहीं आती. अपने करीबी व्यक्ति को कार्रवाई के दलदल मेें धकेला जाता है. ऐसे ही कल भी पुलिस आयुक्त के समक्ष पेश किए गए व्यक्ति अवैध तरीके से व्यवसाय करने वाले व्यक्ति के करीबी या चम्चे ही थे. असली बडी मछलिया सब नदारत रही.

 

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