अमरावतीमहाराष्ट्र

अपराधियों पर नकेल कसी जाएगी

अमरावती ग्रामीण के पेचिदा प्रकरण होगे हल

* जिले में एक फॉरेंसिक वाहन-आय कार
अमरावती /दि.12– नये फौजदारी कानून के मुताबिक, भारतीय न्याय संहिता के अनुसार मामला दर्ज होने की प्रक्रिया मेें फॉरेंसिक तज्ञों द्वारा घटनास्थल पर भेेंट देकर परिस्थितिजन्य सबूत एकठ्ठा करना अनिवार्य है. इसके लिए अमरावती ग्रामीण पुलिस के पास एक फॉरेंसिक वाहन जिसे आय-कार कहा जाता है, यह एक वाहन. हत्या अथवा चोरी, सेंधमारी, डकैती आदि गंभीर घटनाओं के समय यह आय-कार पुलिस के साथ काम करती है.
अपराधिक घटना घटित होने के बाद अनेक बार आरोपी अपराध करने के बाद खुला घुमता है. इस कारण अपराध बढते है और अपराधियों को पकडने में पुलिस को देरी होती है. लेकिन अब अपराध होने के बाद उसी घटनास्थल पर सबूत संकलित किये जाने वाले है. फिंगर, ब्लड टेस्टिंग, नार्को टेस्ट अथवा अन्य सैम्पल इस मोबाइल फॉरेंसिक वैन के माध्यम से घटनास्थल पर ही लिये जाने वाले है. शहर रहे अथवा ग्रामीण क्षेत्र, दोनों घटकों के अनेक संदेहास्पद और पेचिदा प्रकरण का पर्दाफाश करने में फॉरेंसिक वाहन सहायक साबित हो रहा है.

* नई फौजदारी प्रक्रिया
1 जुलाई 2024 से देशभर में नया फौजदारी कानून लागू हुआ. इसमें किसी भी घटना की जांच करते समय न्याय वैज्ञानिक तज्ञों को बुलाना अनिवार्य किया गया है.

* जिले को कितने वाहन
आगामी समय राज्य में 256 मोबाइल फॉरेंसिक वैन दिये जाने वाले है. लेकिन अमरावती को कितनी मिलेगी, यह पता नहीं चल पाया है.
* घटनास्थल की वीडियोग्राफी
इस वाहन के प्रशिक्षित कर्मचारियों की तरफ से घटनास्थल की संपूर्ण वीडियो ग्राफी की जाने वाली है. इस कारण वह कभी भी देखना संभव रहता है. इससे सुराग मिलता है.

* उंचे दर्जे के कैमरें
फॉरेंसिक वाहन में उंचे उर्जे के कैमरे रहने वाले है. साथ ही उसे चलाने के लिए प्रशिक्षित कैमेरा मैन भीरहने वाले है. ग्रामीण पुलिस के पास वह है.

* पुलिस दल में प्रशिक्षित फॉरेंसिक विशेषज्ञ
फॉरेंसिक वाहन ने प्रशिक्षित पुलिस कर्मचारी रहने वाले है. अमरावती ग्रामीण के पास की आय-कार में दो विशेषज्ञ पुलिस एएसआई है. उन्होंने फॉरेंसिक का प्रशिक्षण लिया है.

* संगीन घटनाओं का पर्दाफाश करने सहायक
अमरावती ग्रामीण घटक के पास एक आय कार है. उस फॉरेंसिक वाहन के कारण अनेक घटना का पर्दाफाश होने में सहायता होती है.
– किरण वानखडे,
निरीक्षक, ग्रामीण एलसीबी.

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