शिरजगांव कसबा/ दि. 20- विगत दिनों में दो बार जले ट्रान्सफार्मर फिर से लगाने के कारण महावितरण ने किसानों की भावना से फिर से खेल खेला है. बंद ट्रांसफार्मर के कारण बगीचे की फसल जलने से बहुत नुकसान हो रहा है. जिसके कारण किसानों ने जन आंदोलन की चेतावनी देकर जल्द से जल्द नया ट्रांसफार्मर लगाकर फसल बचाए, ऐसी मांग किसानों की है.
यहां पाला खेत परिसर में ढोले नाम की डीपी का ट्रांसफार्मर जलने के कारण एक महिने से बंद है. उस संबंध में डीपी पर कुल आठ कृषि ग्राहक किसानों के खेत की फसलों को पानी देनेवाले मोटरपंप पूरी तरह बंद है. जिसके कारण संतरा तथा अन्य फसलों को पानी देने की गंभीर समस्या किसानों के सामने खडी है. संतरा, आंबिया बहार को पानी न मिलने के कारण संतराफल पूरे नीचे आने से किसान चिंताग्रस्त है. किसान पहले से ही तीन-चार साल से फसल न होने के कारण तथा प्राकृतिक के लहरीपण के कारण कर्ज के बोझ से परेशान है. उसमें महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के प्रमाण न रूकने के कारण राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किसानों के हित के लिए नई योजना चलाकर हमारी सरकार किसानों के साथ होने का बताया. परंतु उस बात को अचलपुर महावितरण कंपनी के कार्यकारी अभियंता भूल गए. ऐसा आरोप किसानों ने लगाया है विगत एक माह से शिरजगांव कसबा का ढोले नाम का कृषि ट्रान्सफार्मर जलने से बंद है. इस डीपी पर 7 किसानों ने खेत की बिजली आपूर्ति फिर से सुचारू करने के लिए महावितरण कंपनी को 5 हजार रूपए के अनुसार कुल 35 हजार रूपये गांव के महावितरण कार्यालय सहायक अभियंता मुकेश मालेगांवकर के बताए अनुसार एक माह पूर्व ही भरे है. फिर भी महावितरण कंपनी किसानों का अंत देख रही है. बिजली आपूर्ति सुचारू करने के लिए लापरवाही कर रही है.
जिसके कारण महावितरण कार्यालय संबंधी ग्राहकों की शिकायतों की संख्या बढ रही है. वरिष्ठ अधिकारी इसकी जांच करें, ऐसी मांग जोर पकड रही है.