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अतिवृष्टि से हुआ है बडे पैमाने पर नुकसान, 26,652 ‘इंटिमेशन’ मिले
अमरावती/दि.19 – अतिवृष्टि की वजह से नुकसान होने के चलते फसल बीमा योजना में शामिल 26 हजार 652 किसानों ने 25 फीसदी नुकसान भरपाई मिलने हेतु फसल बीमा कंपनी के पास पूर्व सूचना यानी इंटिमेशन आवेदन दाखिल किये है. इसके साथ ही जारी मौसम के शुरूआती दौर में बारिश खंडित रही, इससे भी काफी नुकसान हुआ. ऐसे में दोनों आपत्तियोें केे लिए फसल बीमा कंपनी द्वारा 25 फीसदी के हिसाब से करीब 15 करोड रूपयों की भरपाई दीपावली से पहले मिलने की पूरी संभावना है. जिसे किसानों के लिए राहतवाली खबर माना जा रहा है.
जिलाधीश ने बीते शुक्रवार को इस संदर्भ में कृषि विभाग के अधिकारियों व बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की. जिसमें बीमा कंपनी द्वारा सामने रखी गई वजहों को खारिज किया गया. जिससे अब दोनों ही तरह के मामलों में 15 से 16 करोड रूपयों तक नुकसान भरपाई मिलने की आशा किसानों के मन में देखी जा रही है. जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान द्वारा किये गये प्रयासों के चलते अतिरिक्त बारिश की वजह से नुकसान झेलनेवाले किसानों को राहत मिलने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है.
बता दें कि, जारी वर्ष में जुलाई व सितंबर माह के दौरान हुई अतिवृष्टि के चलते जिले में सोयाबीन सहित कपास की फसल का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. ऐसे में स्थानीय नैसर्गिक आपत्ति लेखाशीर्ष अंतर्गत इन किसानों को नुकसान की 25 फीसद भरपाई देय है. इस हेतु नुकसान होने के पश्चात 72 घंटे के भीतर कंपनी एवं सरकार द्वारा सुझाये गये 6 पर्यायों के जरिये किसानों ने पूर्व सूचना आवेदन प्रस्तुत किये है.
पूर्व सूचना आवेदनों की मौजूदा स्थिति
26,183 – कंपनी द्वारा सर्वेक्षण
26,652 – पूर्व सूचना आवेदन प्राप्त
1,83,497 – फसल बीमा में शामिल किसान
25 फीसद भरपाई
– 56 राजस्व मंडलों में फसल बीमा योजना के मानकों के अनुसार स्थानीय नैसर्गिक आपत्ति के नुकसान हेतु 25 फीसद नुकसान भरपाई देय होती है. फसल बीमा कंपनी द्वारा 50 फीसद किसानों के पूर्व सूचना आवेदनों को पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है. जबकि जिले के 56 राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि की वजह से नुकसान हुआ है. जिसके लिए 2 हजार रूपयों तक की भरपाई मिलेगी.
– बुआई पश्चात बारिश में खंड
इस बार खरीफ मौसम में बुआई पश्चात बारिश में खंड पड गया. ऐसे में प्रतिकूल मौसम के चलते सोयाबीन, मूंग, उडद की फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. जिसके चलते 25 फीसद फसल बीमा भरपाई देय रहेगी. शुरूआत में फसल बीमा कंपनी द्वारा नुकसान भरपाई देने में टालमटोल की जा रही थी. पश्चात जिलाधीश ने फसल बीमा कंपनी के अधिकारियों व प्रतिनिधियों को जमकर आडे हाथ लिया. जिसके चलते अब इस नुकसान के लिए 7 करोड रूपयों तक की भरपाई दी जायेगी.
- दो दिन हुई बारिश के चलते जिन किसानों के सोयाबीन का नुकसान हुआ, यदि उन्होंने फसल बीमा निकाला है, तो फसल बीमा कंपनी अथवा सरकार द्वारा सुझाये गये 6 पर्यायी स्थानों पर तुरंत पूर्व सूचना आवेदन दाखिल करना चाहिए, ताकि उन्हें फसल बीमा के तहत क्षतिपूर्ति मुआवजा दिलाया जा सके.
– अनिल खर्चान
जिला अधीक्षक, कृषि अधिकारी