अमरावती / दि. २९ -खरीफ सत्र में १२ बार अतिवृष्टि हुई. करीब ८४ राजस्व मंडल में अतिवृष्टि दर्ज हुई. इसके अलावा निरंतर बारिश के कारण मूंग, उडद, तुअर और कपास इन फसलों का चार लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान हुआ. सबसे अधिक नुकसान सोयाबीन फसल का दो हेक्टेयर क्षेत्र में हुआ. अतिवृष्टि से जिले में चार लाख हेक्टेयर क्षेत्र बाधित हुआ है. इसके लिए बीमा कंपनी को प्राप्त १.०८ लाख आवेदन का सर्वेक्षण किया गया. ६९ हजार ९४५ किसानों को ६६.३१ करोड़ की भरपाई दी गई है. इसमें पांच तहसील के हिस्से में कुछ नहीं आने से किसान संतप्त हुए. करीब ८४ राजस्व मंडल में अतिवृष्टि दर्ज नहीं होने से किसान मदद से वंचित रह गए. जिला समिति ने निरीक्षण दर्ज करने के बाद जिलाधिकारी पवनीत कौर ने सत्र की विपरित परिस्थिति में इस समूह अंतर्गत ८० राजस्व मंडल के लिए अधिसूचना निकाली थी. अधिसूचना के एक माह के अंदर बाधित किसानों को फसल बीमा की २५ प्रतिशत अग्रीम देना क्रम प्राप्त होने पर ढाई महिने के बाद भी कंपनी ने किसानों को बीमा की राशि का भुगतान नहीं किया. अतिवृष्टि से नुकसान होने संबंध में १.२२ लाख पूर्वसूचना फसल बीमा कंपनी के पास किसानों ने दी थी. इनमें से १ लाख ८ अजार ६५ पूर्व सूचना का सर्वेक्षण कंपनी स्तर पर पूर्ण किया गया है. कंपनी ने अपात्र ठहराये आवेदनों का सर्वेक्षण किया जाए, यह निर्देश जिलाधिकारी, कृषि आयुक्तालय ने देने के बाद भी कंपनी ने अब तक उस पर अमल नहीं किया. इसलिए किसान फसल बीमा से वंचित रह गए है.
तहसील निहाय किसान
* अमरावती : ७४३१
* भातकुली : ६२८१
* मोर्शी : ५६८८
* नांदगांव खंडेश्वर : २५९४१
* तिवसा : ६३०३
* वरूड :१४४२
* चांदुर रेल्वे : ८१०८
* दर्यापुर : ८५६
* धामणगांव रेलवे : ४२५०
पांच तहसील वंचित
निरंतर बारिश और अतिवृष्टि के कारण लगभग सभी तहसीलों में फसलें तबाह हुई. नुकसानग्रस्त किसानों ने पूर्वसूचना फसल बीमा कंपनी को दी है. लेकिन केवल ९ तहसील को भरपाई मिली है. जबकि अब तक अचलपुर, चांदूर बाजार, अंजनगांव सुर्जी, धारणी और चिखलदरा इन पांच तहसील को कुछ नहीं मिला है.
१३ सितंबर को जारी की थी अधिसूचना
जिलाधिकारी ने बाधित फसलों के लिए ८० राजस्व मंडल में बीमा राशि मिली है. इसके लिए १३ सितंबर को अधिसूचना निकाली थी. अधिसूचना जारी होने पर एक महीने के भीतर बीमा राशि मिला आवश्यक था. इसके लिए संबंधित कार्यालय से जायजा लिया जा रहा है. जिलाधिकारी व कृषि आयुक्तालय द्वारा पत्र देने के बाद भी कंपनी द्वारा बीमा नहीं दिया गया. ढाई महीने का समय बीतने पर भी बीमा भरपाई नहीं दी गई.
किसान संतप्त
जिले में ७० हजार किसानों को ६६.३१ करोड़ रुपए फसल बीमा राशि मिली. लेकिन इनमें से ९४ किसानों को केवल ५७ हजार रुपए भरपाई मिली है. इसमें क्लेम की रकम एक हजार के अंदर है. जितनी बीमा किश्त भरी थी, उस हिसाब से भरपाई नहीं मिलने से संबंधित किसान संतप्त हुए है