अमरावती

फसल मंडियों की अब 35 मानकों पर कसौटी

फसल मंडियों की अब 35 मानकों पर कसौटी

* पणन संचालनालय ने जारी किये निर्देश
अमरावती/दि.2- स्व. बालासाहब ठाकरे कृषि व्यवसाय व ग्रामीण परिवर्तन (स्मार्ट) प्रकल्प अंतर्गत अब बाजार समितीयों की रैंकिंग तय की जायेगी. जिसके लिए फसल मंडियों में उपलब्ध सुविधाओं को ग्राह्य माना जायेगा. इस हेतु 35 मानक तय किये गये है और 200 अंकों के जरिये अंकदान करते हुए पणन संचालनालय द्वारा जिले की सभी 12 बाजार समितियों की क्रमवारी तैयार की जायेगी. ऐसी जानकारी सहकार विभाग द्वारा दी गई है.
विभागीय सहसंचालक राजेश लव्हेकर ने उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही बताया कि, फसल मंडियों में किसानोें को अधिक से अधिक सुविधाएं देने हेतु यह स्पर्धा शुरू की गई है. जिसके लिए बडे चुनौतीपूर्ण मानक तय किये गये है. इस प्रकल्प के अंतर्गत बाजार समितियों के कामकाज के आधार पर उनकी वार्षिक क्रमवारी तय की जायेगी और यह क्रमवारी घोषित होने पर किसानों को भी यह पता चलेगा कि, जिस बाजार समिती में वह अपनी कृषि उपज को बेचने हेतु लेकर जाता है, तो बाजार समिती में उसके लिए किस तरह की सुविधाएं है और जिले की बाजार समितियोें में उस बाजार समिती का कौनसा स्थान है.
पणन संचालनालय के पास 31 जुलाई तक बाजार समितियों की मानकनिहाय जानकारी पेश की गई है. जिसके बाद बाजार समितियों की क्रमवारी घोषित की जायेगी. बाजार समितियों में उपलब्ध मुलभूत सुविधाएं, अंतर्गत रास्ते, प्रसाधन गृह, निलामी शेड, संगणकीकरण, आर्थिक आय, बाजार शुल्क, कृषि उपज की आवक, बाजार समिती का लेखा परीक्षण, सचिव की नियुक्ति को मान्यता, संचालकोें के खिलाफ आपत्तियां व कार्रवाई, व्यापारियों के प्रतिष्ठानों की जांच तथा अडतों के वजन-काटे की जांच आदि प्रमुख मानक इस योजना के तहत तय किये गये है और हर मानक के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित किये गये है.

* ऐसे है मानक और अंक
बाजार समिती के वर्ष 2021-22 के कामकाज के आधार पर क्रमवारी तय करने हेतु 35 मानक और 200 अंक निर्धारित किये गये है. जिसमें मुलभूत सुविधाओं सहित अन्य सेवा व सुविधा के लिए 14 मानक व 80 अंक है. आर्थिक कामकाज के लिए 7 मानक व 35 अंक, वैधानिक कामकाज के लिए 11 मानक व 55 अंक, विविध योजनाओं व उपक्रमों के लिए 3 मानक व 30 अंक तय किये गये है. इन 35 मानकों के लिए निर्धारित 200 अंकों में से किस बाजार समिती द्वारा कितने अंक हासिल किये जाते है, उसके आधार पर बाजार समितियों की क्रमवारी तय की जायेगी.

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