अमरावती

बुलडाणा में बादल फटने से बह गई फसल

कोठे में बंधे 35 पशुओं की भी हुई मौत

बुलडाणा/दि.25– नागपुर में बादल फटने जैसे गंभीर हालात होने के बाद अब बुलडाणा जिले में भी बारिश का कहर ढाया है. नांदुरा तहसील के लोणवडी, खडदगांव पिंपलखुटा धांडे और मालेगांव गोंड इन गांवों में बादल फटने जैसी बारिश हुई है. अचानक हुई मूसलाधार बारिश से लोणवडी गांव में कृषि जमीन बहने के साथ ही किसानों को अपना पशुधन गंवाना पडा. करीब 30 से 35 पशुओं की मौत हुई है. किसानों का भारी नुकसान हुआ हे. विगत दो दिनों से बुलडाणा जिले में खामगांव, नांदुरा मोताला इन तहसील में मूसलाधार बारिश का कहर है.
देरी से हुई बारिश किसानों को राहत देगी, ऐसी अपेक्षा था, लेकिन यह बारिश कहर बनकर किसानों पर ढाने से किसानों के मुंह तक आया निवाला छिन गया. पशुधन की भी मौत होने से किसानों पर भारी संकट आ गया है. पूरी फसल बह जाने से किसान संकट में आ गए है. तहसील के वडनेर में 81.5 मिलीमीटर तथा महालुंगे परिसर में 80 मिमि बारिश दर्ज हुई. इसमें 26 मकान क्षतिग्रस्त हुए. रविवार की दोपहर तक खेतों में भारी भरा था. कपास, सोयाबीन, व तुअर फसल का नुकसान हुआ है.
औषधि खरीदने गए पिता की बाढ में डूबने से मृत्यु
बच्चे के लिए दवा खरीदने के लिए जा रहे माटोडा के प्रशांत गजानन दांडगे 28 की नाले को आई बाढ में डूबने से मृत्यु हो गई. गांव के वडी नाले को आई बाढ से रास्ता निकालकर वह जा रहे थे. तभी रविवार की दोपहर 12 बजे के करीब पानी का प्रवाह बढने से प्रशांत दांडगे की डूबकर मौत हो गई. माटोडा से दहिगांव जाते समय यह घटना घटी.शनिवार की रात हुई मूसलाधार बारिश से तहसील की केदार व ज्ञानगंगा नदी को बाढ आ गई. नाले भी उफान पर थे. वडी नाले को आई बाढ में प्रशांत दांडगे बहकर जाने की जानकारी मिलते ही नागरिकों ने बचाव कार्य शुरु किया. आखिरकार बोर्ड शिवार में उनका शव मिला. पंचनामा व पोस्टमार्टम के बाद शाम में उनपर अंतिम संस्कार किया गया. इस घटना से मातोडा गांव में शोक व्याप्त है. प्रशांत दांडगे के पश्चात पत्नी, बेटा, माता, पिता ऐसा परिवार है.

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