अमरावती

बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से फसले बर्बाद

गेहू, प्याज, संतरा व पपई का बडे पैमाने पर नुकसान

  • सैकडों हेक्टेयर क्षेत्र में खेती-किसानी प्रभावित

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२ – जिले में विगत दो-तीन दिनों से लगातार बेमौसम बारिश सहित ओलावृष्टि चल रही है. जिसकी वजह से अचलपुर, चांदूर बाजार, मोर्शी, तिवसा व मेलघाट सहित अन्य तहसीलों में खेती-किसानी का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. साथ ही हाथ में आती फसल इस प्राकृतिक आपदा के चलते बर्बाद हो गयी है. ऐसे में पहले से आर्थिक संकटोें का सामना कर रहा किसान अब एक बार फिर चिंता में घिरा हुआ दिखाई दे रहा है. अत: अब आपदा प्रभावित किसानों को तत्काल सरकारी सहायता उपलब्ध कराये जाने की मांग की जा रही है.

चांदूर बाजार तहसील में विगत शनिवार को 10 मिनट तक हुई धुआंधार बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की सालभर की मेहनत को बर्बाद कर दिया. सिरजगांव कसबा में ओलावृष्टि के बाद खेतों में खडी गेहू की फसल पूरी तरह से जमीनदोज हो गई. वहीं चांदूर बाजार तहसील में ओलावृष्टि की वजह से संतरा बागानों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. इस ओलावृष्टि की वजह से आंबिया बहार के फल झड गये है. ऐसे में यहां पर किसानों और संतरा उत्पादकों को काफी नुकसान का सामना करना पडा है.

तिवसा तहसील के कुर्‍हा परिसर में 18 व 19 मार्च को बिजली की तेज गडगडाहट के बीच हुई बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि की वजह से कई किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है. इस क्षेत्र में कई किसानोें द्वारा लगाये गये पपई के वृक्ष जमीन से उखडकर नीचे गिर पडे है. साथ ही गेहू, चना, प्याज व संतरे आदि फसलों का भी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. महंगे बिज व खाद सहित पूरे सीझन में मजदूरी पर अच्छाखासा पैसा खर्च कर चुके किसानों के हाथ आयी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गयी है. ऐसे में क्षेत्र के अनेकोें किसान चिंता में फंसे दिखाई दे रहे है.

चांदूर रेल्वे तहसील के कारला परिसर में पिछले दो दिनों से तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि शुरू है. जिसकी वजह से यहां पर खेतों में खडी फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. कारला के साथ ही आमला विश्वेश्वर, पाथरगांव, थूगांव, जलका जगताप, मार्डी व चिरोडी इन गांवों में भी लगभग यहीं स्थिति है. इस क्षेत्र में संतरा, गेहू, चना, साग-सब्जि, पपई, तरबूज व मिरची की फसलों सहित चारे की घास का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

  • पश्चिम विदर्भ में 16 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसले बर्बाद

– विभागीय आयुक्त के पास भेजी गई रिपोर्ट
विगत चार दिनों से पश्चिम विदर्भ में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने कहर ढा रखा है. इस दौरान 16 हजार 574 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों और फलबागानों का नुकसान हुआ है. जिसे लेकर संभागीय आयुक्त के पास रिपोर्ट पेश की गई है. बुलडाणा जिले में विगत चार दिनोें के दौरान हुई बेमौसम बारिश की वजह से 201 गांवों में 6 हजार 924 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है और करीब 10 हजार किसान प्रभावित हुए है. वहीं वाशिम जिले में 19 मार्च की रात तेज आंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि हुई. जिसमें 4 हजार 880 हेक्टेयर क्षेत्र में गेहू, चना, मूग, ज्वार, प्याज व पपई आदि फसलों सहित साग-सब्जियों व फलबागानों का काफी नुकसान हुआ. वाशिम जिले में 6 हजार 697 किसान प्रभावित हुए है. इसके अलावा अकोला जिले में 19 व 20 मार्च को हुई बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि की वजह से 4 हजार 770 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में फसलों व फलबागानों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. जिनमें चना, प्याज, नींबू, गेहू, पपई, आम व साग-सब्जियों की फसलों का समावेश रहा.

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