मोर्शी- / दि. 13 शहर सहित तहसील में 7 अगस्त से शुरू रहनेवाली निरंतर बारिश के कारण नदी-नाले पूरी तरह भरकर बह रहे है. जिसके कारण 114 घरों के सामान का नुकसान हो गया है तथा 9 घर तो जमीन में धंस गये है. नदी में दो युवक बह गये तथा एक चौपहिया वाहन भी माडू नदी के प्रवाह में बह गई. कुछ खेत की फसल भी उखडकर निकल गई. जिसके कारण तहसील में लोगों का लाखों रूपये का नुकसान हो गया है, ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. कर्ज के बोझ के कारण दोबारा तिबारा बुआई करने से परेशान किसान पर अति बारिश का नया संकट आ गया है. जिसके कारण किसान निराश हो गया है. अत: किसानों की समस्याओं को देखते हुए प्रशासन किसानों को हेक्टरी एक लाख की सहायता दे. ऐसी मांग राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से निवेदन देकर की है.
गरीबों के घर के हुए नुकसान के कारण तथा किसानों की फसलों के नुकसान को देखते हुए शासन, प्रशासन की ओर से उन्हें कितना मुआवजा मिलेगा इस ओर किसान तथा किसान मजदूरों का ध्यान लगा है.
विगत चार दिनों से मूसलाधार बारिश होने से शहर सहित तहसील के नदी नाले पूरे भर गये है. शहर सहित तहसील की नदियों को बाढ आने के कारण अनेको के जानवर, खेती के औजार, घर की वस्तु तथा दो युवक नदी के पात्र मे बह गये. दो युवक नदी में बह जाने के कारण आसरा माता के ग्रुप के सदस्यों ने नदी से बाहर निकाला तथा उनके प्राण बचाए. तहसील में कुल सात मंडल के लगभग 48 हजार हेक्टर खेत जमीन की फसले नष्ट हो गई तथा 1500 हेक्टर जमीन की फसले उखड जाने से किसानों के मुंह का निवाला छीन गया है.
114 घरों का लाखों का नुकसान
अतिवृष्टि के कारण किसानों का खेत तालाब हो गया है जिसके कारण फसल पूरी तरह खराब होने को आ गई है. मोर्शी तहसील का संतरा केलोफोर्निया के नाम से जाना जाता है. किंतु लगातार बारिश के कारण संतरे पेड पर आंबिया व मृग बहार का संतरा बडी मात्रा में गलने लगा है. जिसके कारण संतरा उत्पादक किसान निराश हो गया है. मोर्शी तहसील के गांव में बारिश अति होने से खेत फसलों का बहुत नुकसान हो गया है. जिसमें संतरा, सोयाबीन, कपास, तुअर, मिर्ची आदि का समावेश है.