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भातकुली के निम्न पेढी प्रकल्प में करोडों का घोटाला

ठक्कर कंपनी के 4 मालिकों सहित कुल 5 लोग नामजद

* एसीबी की शिकायत पर भातकुली थाने में 5 धाराओं के तहत मामला दर्ज
* ऐन चुनावी मुहाने पर मामला दर्ज होने से गरमाई राजनीति
* ट्रेंडर हासिल करने ठेकेदार कंपनी ने दाखिल किये थे जाली व फर्जी दस्तावेज
अमरावती/दि.30 – भातकुली तहसील अंतर्गत राज्य सरकार के विदर्भ पाठबंधारे महामंडल द्वारा बनाये जा रहे निम्न पेढी प्रकल्प का ठेका हासिल करने के लिए ठक्कर कंन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेजों को पेश किये जाने का मामला सामने आया है. जिसके तहत भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर भातकुली पुलिस थाने में 5 धाराओं के तहत ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के 4 मालिकों सहित 1 अन्य व्यक्ति ऐसे कुल 5 लोगों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया गया है.
इस संदर्भ में भष्ट्राचार प्रतिबंधक विभाग के पुलिस उपाधीक्षक मंगेश मोहोड द्वारा भातकुली पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक विदर्भ पाठबंधारे विकास महामंडल अंतर्गत जल सिंचन के कामों में हुई आर्थिक गडबडियों को लेकर की गई जांच पडताल में पता चला कि, मुंबई से वास्ता रखने वाली एसएन ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी, जेवी ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी व डी. ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के संचालक रहने वाले प्रवीण नाथालाल ठक्कर, जीगर प्रवीण ठक्कर, प्रदीप नाथालाल ठक्कर व चिंतन प्रदीप ठक्कर (सभी मुंबई निवासी) सहित मे. शक्तिकुमार संचेती एवं ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के तत्कालीन पॉवर ऑफ अटर्नी रहने वाले दीपक वसंतराव देशकर (60, नागपुर) ने निम्न पेढी प्रकल्प के तहत 92 करोड 54 हजार रुपए की लागत वाले काम की निविदा हासिल की थी. इस कार्य की निविदा प्रक्रिया में संचेती व ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी सहित कुल 8 कंपनियां सहभागी हुई थी. जिसमें से पूर्व अहर्ता दस्तावेजों के आधार पर पडताल समिति ने संचेती एवं ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी को पात्र माना था. जिसके बाद ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी को 113 करोड 65 लाख 91 हजार 915 रुपयों की लागत वाले काम का ठेका संचेती व ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया. इस काम का ठेका हासिल करने के लिए संचेती कंपनी ने 10 व ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने 29 अनुभव प्रमाणपत्र पेश किये थे. जिसमें से आगे चलकर ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा पेश किये गये दस्तावेजों की पडताल करने पर पता चला कि, कंपनी द्वारा अकोले तहसील अंतर्गत बालठाण में किये गये कामों को लेकर परिमान से अधिक फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किये गये है. ऐसे में संगमनेर के लघु पाठबांधरे विभाग क्रमांक 2 के कार्यकारी अभियंता से इस बारे में विस्तुत रिपोर्ट मंगाई गई. जिसके जरिए ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के संचालकों द्वारा किया गया फर्जीवाडा सामने आया. साथ ही पता चला कि, ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा ट्रेंडर के साथ पेश किये जाने वाले संबंधित ऐनेक्शचर को लेकर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए ट्रेंडर हासिल करने का यह फर्जीवाडा वर्ष 2005 से वर्ष 2021 तक लगातार किया जाता रहा. जिसके तहत निविदा मूल्य सहित आवश्यक दस्तावेजों में बडे पैमाने पर हेराफेरी की जाती रही और इस जरिए विगत 16 वर्षों के दौरान ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बडे पैमाने पर फर्जीवाडा किया गया है.
एसीबी की ओर से प्राप्त इस शिकायत के आधार पर भातकुली पुलिस थाने में भादंवि की धारा 420, 465, 468, 471 व 34 के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए एसएन ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी, जेवी ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी व डी. ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के संचालक रहने वाले प्रवीण नाथालाल ठक्कर, जीगर प्रवीण ठक्कर, प्रदीप नाथालाल ठक्कर व चिंतन प्रदीप ठक्कर (सभी मुंबई निवासी) सहित मे. शक्तिकुमार संचेती एवं ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के तत्कालीन पॉवर ऑफ अटर्नी रहने वाले दीपक वसंतराव देशकर (60, नागपुर) को नामजद किया गया है. इन पांचों नामजद आरोपियों में से प्रवीण नाथालाल ठक्कर व जीगर प्रवीण ठक्कर की पहले ही मौत हो चुकी है.ऐसे में अब तीन आरोपियों को जांच के दायरे में लिया जा रहा है.
वहीं दूसरी ऐन विधानसभा चुनाव के मुहाने पर इस मामले के उजागर होते ही अब अमरावती शहर व जिले सहित राज्य में राजनीति काफी हद तक गरमानी शुरु हो गई है. साथ ही सिंचाई घोटाले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकलता नजर आ रहा है.

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