अमरावती/दि.28– स्थानीय कृषि उत्पन्न बाजार समिती के पूर्व संचालक विनोद गुहे ने विभागीय सह निबंधक व जिला उपनिबंधक के नाम लिखीत तौर पर दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि, पुराना कॉटन मार्केट परिसर स्थित 16 दुकानों को संचालक मंडल व प्रशासन द्वारा गैरकानूनी व अवैध तरीके से कौडियों के दाम पर आपस में बांट लिया गया है. जिसमें करोडों रूपयों का घोटाला हुआ है और फसल मंडी का काफी बडा नुकसान हुआ है.
पूर्व संचालक विनोद गुहे के मुताबिक 16 दुकानों का आवंटन करने से पहले कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया तथा सरकार से अनुमति भी नहीं ली गई. बल्कि मंडी प्रशासन के अधिकारियों और तत्कालीन पदाधिकारियों ने आपस में मिलीभगत करते हुए इन दुकानों की बंदरबांट कर ली. ऐसे में पूरे मामले की सघन जांच होनी चाहिए. गुहे ने बताया कि, तत्कालीन संचालक मंडल के कुछ संचालकों ने मंडी अधिकारियों के साथ मिलीभगत करते हुए अपने समर्थक व्यापारियों के नाम पर मात्र 2-2 लाख रूपये के अत्यल्प दर में फसल मंडी की दुकानों का आवंटन किया है. जिससे मंडी को करोडों रूपयों के नुकसान का सामना करना पडा. जिन लोगों पर कृषि उत्पन्न बाजार समिती के हितों व संपत्ति की रक्षा करने की जिम्मेदारी होती है, उन्होंने ही मंडी को नुकसान पहुंचाते हुए अपने समर्थकों के नाम पर मंडी की दुकानोें को अत्यल्प दर में आवंटित कर दिया. हालांकि इस व्यवहार में खुद संबंधित मंडी संचालकों ने लाखों रूपयों की काली कमाई की है और दुकाने वितरित करते समय पहले की तारीख में लेन-देन की रसीद व्यापारियों के नाम पर फाडी गई. ऐसे में इस पूरे मामले की सघन जांच की जानी चाहिए.