नागपंचमी पर पूजा के लिए उमडी भक्तों की भीड
गडगडेश्वर, पातालेश्वर समेत अन्य शिव मंदिरों में पहुंचे भक्त
अमरावती/दि.10– हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन नागों की पूजा करने के साथ-साथ उन्हें दूध पिलाने का विधान है. मान्यता है कि, इस दिन ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. शुक्रवार को नाग पंचमी पर शिव योग और हस्त नक्षत्र का शुभ संयोग बनने से सुबह से ही भक्त दर्शन के लिए शहर के विविध शिवालय पहुंचे.
शहर के गडगडेश्वर, पातालेश्वर, भूतेश्वर, नर्मदेश्वर, इतवारा बाजार स्थित बालाजी मंदिर के शिव दरबार, बजरंग टेकडी स्थित शिवालय सहित विविध शिव मंदिर में तडके से भक्त दर्शन के लिए पहुंचने के साथ दुग्धाभिषेक कर भगवान शिव की आराधना की. पंडित धनंजय पाण्डेय के अनुसार नागपंचमी के दिन हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग में शिव वास योग में शिवजी की पूजा करने से भोलेबाबा शीघ्र की आपकी प्रार्थना स्वीकार करते हैं और शीघ्र ही आपको पूजा का शुभ फल मिलता है. मुहूर्त के अनुसार शुक्रवार को 12 बजकर, 36 मिनट से नागपंचमी शुरु होकर शनिवार सुबह 3 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी, लेकिन शुक्रवार को भक्त तडके ही मंदिर में शिव आराधना करने के लिए पहुंच गए.
नागपंचमी के दिन नागदेवता की पूजा पूरे दिन कभी भी की जा सकती है. मुहूर्त पंचाग पर विश्वास करने वाले भक्तों ने शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर , 47 मिनट से 8 बजकर 27 मिनट पर रहने से शिवालयों में अपनी उपस्थिति दर्शायी. इसके पश्यचात अधिकांश भक्त दोपहर 12 बजकर, 13 मिनट से 1 बजे तक के पूजा के लिए शुभ मुहूर्त में पूजा की. इसके बाद प्रदोष काल मेें भी पूजा का शुभ मुहूर्त रहने से शाम को 6 बजकर 33 मिनट से रात को 8 बजकर 20 मिनट तक की. भक्तों ने अपने साथ पूजा के लिए दूध, चावल, फूल और मिठाई आदि अर्पित कर शिवालय में आराधना की. ऐसी मान्यता है कि, इस पूजा से नागदेव के साथ भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.
गडगडेश्वर में विशेष व्यवस्था-शहर के प्रमुख विवालयों में से एक गडगडेश्वर में भक्तों का दर्शन के लिए तांता लग गया था. श्रावण मास के इस विशेष पर्व से त्यौहारों की श्रृंखला शुरु होती हैं. भक्तों की भीड को देखते हुए मंदिर प्रबंधन की ओर से शिवालय में भक्तों के लिए जबर्दस्त प्रबंधन किया गया था. भक्त दुग्धाभिषेक के साथ बेल, धतुरा आदि भी भगवान शिव को अर्पित कर रहे थे.
भूतेश्वर में भक्तों की उमडी भीड शहर के भूतेश्वर चौक स्थित शिव ंमंदिर में भक्तों ने दर्शन के लिए सुबह से कतार लगानी शुरु कर दी थी. मुहूर्त विशेष मानने वाले भक्तों में समय पर पहुंचकर शिवालय में दुग्धाभिषेक किया. इस अवसर पर मंदिर की ओर से जबर्दस्त इंतजाम किए गए थे. भक्तों ने इस अवसर पर विधान के साथ पूजा-अर्चना की.
बालाजी मंदिर-बजरंग टेकडी भक्तों ने की आराधना-इतवारा बाजार स्थित बालाजी मंदिर के शिव दरबार तथा बजरंग टेकडी स्थित पौराणिक शिवालय में भक्तों ने शिवजी का जलाभिषेक किया. हालांकि आज ही के दिन गौड बाबा मंदिर पर भी बडा आयोजन रहता है, इसलिए तडके से ही भक्तों ने बजरंग टेकडी तथा बालाजी मंदिर में पहुंचकर जलाभिषेक किया पश्चात शाम को गौड बाबा मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे.