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अमरावती /दि.27– पिछले कुछ दिनों से पारा बढ रहा है. धूप का बचाव करने के लिए साहित्य की मांग बढी है. प्यूअर कॉटन के सनकोट की अधिक मांग है. स्कार्फ की बजाय स्टोल लेना ज्यादा पसंद किया जा रहा है. स्टेपल व काटन के स्टोल अधिक मात्रा में लिये जा रहे है. स्कार्फ-स्टोल की युवतियों में तथा लडकों में गॉगल्स, टोपी और दुपट्टे व रुमाल का क्रेझ दिखाई दे रहा है.
ग्रीष्मकाल शुरु होते ही शहर के युवक-युवतियों की धूप से बचाव करने के लिए तैयारी शुरु हो गई है. सनकोट, हैंडग्लोज खरीदी हो रहे है. धूप से बचाव के लिए अनेक उपाय किये जा रहे है. सूर्य की किरणे त्वचा पर परिणाम कर होने से एलर्जी का प्रमाण बढता है. कुछ मात्रा में सनबर्न की भी परेशानी होती है. धूप से त्वचा की सुरक्षा के लिए हैंडग्लोज, स्कार्फ, स्टोल का लडकियां इस्तेमाल करती है. इसी तरह विविध ब्रांड के सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल भी किया जाता है. दोपहर के समय बाहर निकलते समय लडकियां और महिलाएं सनकोट, स्कार्फ का इस्तेमाल करते है. इसके अलावा युवक फैन्सी टोपी, सफेद सुती कपडे और दुपट्टे, गॉगल्स खरीदी के लिए भीड करते है. ग्रीष्मकाल की शुरुआत हो गई है और बाजारों में समर कलेक्शन के विविध सामान आ गये है. ग्रीष्मकाल और सनकोट का समीकरण तैयार होने से बाजार में विविध सनकोट देखने मिल रहे है. इसमें प्यूअर कॉटन बीजी लिजी, टेरिकॉट, सेमि टेरिकॉट, समरकुल मटेरियल आदि प्रकार उपलब्ध है. स्टेपल, कॉटन, स्पन आदि तरह के स्कार्फ और स्टोल की मांग है. 35 से 300 रुपए तक स्टोल तथा 35 से 150 रुपए तक स्कार्फ उपलब्ध है. टोपी में 40 से 200 रुपए तक विविध पर्याय उपलब्ध हुए है. रुमाल 50 से 200 रुपए तक बेचे जा रहे है. गाडी चलाते समय आवश्यक रहे हैंडग्लोज भी खरीदी किये जा रहे है. शहर के अंबादेवी रोड, राजकमल चौक, इतवारा बाजार, जयस्तंभ, नवाथे चौक, गाडगे नगर, पंचवटी, गर्ल्स हाईस्कूल चौक, इर्विन, नमूना गली में स्कार्फ व स्टोल बिक्री की गाडियां है. सूर्य की किरणों का त्वचा पर परिणाम होकर एलर्जी का प्रमाण बढता है. इस कारण युवाओं की बाजार में भीड होती दिखाई दे रही है.