अमरावती

विदर्भ के नंदनवन चिखलदरा में पर्यटकों की उमडी भीड

मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी पर्यटकों का तांता

चिखलदरा/दि.30– विदर्भ के नंदनवन के नाम से विख्यात चिखलदरा पर्यटन स्थल पर इन दिनों पर्यटकों की भारी भीड उमड रही है. पडोसी राज्य मध्यप्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के भी पर्यटकों का यहां तांता लगा हुआ है. कोरोना काल के पश्चात फिर से एक बार पर्यटन नगरी की रौनक लौट आयी है. जैसे ही बारिश के मौसम की शुरूआत होती है. वैसे-वैसे पर्यटको की भीड यहां बढने लगती है.
इस बार भले ही शुरूआत में बारिश होनी चाहिए थी. वैसी हुई नहीं. किंतु फिर भी विशाल पहाडियां हरी भरी दिखाई दे रही है. चारों ओर छायी हरियाली पर्यटकोें का ध्यान आकर्षित कर रही है. समुद्र तट से 1100 मीटर की उंचाई पर बसे चिखलदरा पर्यटन स्थल पर मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के भी पर्यटक नजर आ रहे है. चिखलदरा वासियों व परिसर के नागरिको के लिए पर्यटन ही एकमेव आय का साधन है. बारिश के दिनों में चिखलदरा में पर्यटको की भीड बढने लगती है. जिसमें यहां के सभी होटल्स व रिसोर्ट फुल्ल रहते है.
*आज से जंगल सफारी बंद
व्याघ्र प्रकल्प की मुख्य वनसंरक्षक ज्योती बैनर्जी ने सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर आज से व्याघ्र प्रकल्प के कौर क्षेत्र में जंगल सफारी बंद की जाए, ऐसे आदेश दिए है. पत्र में कहा गया है कि कोर क्षेत्रों के रास्ते खराब न हो और वनप्राणियों की भी सुरक्षा पर कोई आंच न आए. जिसके चलते जंगल सफारी बंद की जाए. इस प्रकार का पत्र उपवन संरक्षक सिपना वन्यजीव विभाग (परतवाडा), गुगामल वन्यजीव विभाग (चिखलदरा)वन्यजीव विभाग (अकोट) विभागीय वन अधिकारी मेलघाट, वनजीव विभाग (पांढरकवडा) को राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण नई दिल्ली के आदेश पर भिजवाया गया. सभी संबंधित अधिकारियों को लिखे गये पत्र में रिपोर्ट भी भिजवाने के लिए कहा गया.
* आमझरी में लगा पर्यटको का तांता
चिखलदरा से 5 किमी की दूरी पर स्थित आमझरी पर्यटन संकुल में इन दिनों पर्यटकों का तांता लगा हुआ है. पर्यटन के लिए संकुल मेें जिपलाईन शुरू की गई है. चिखलदरा आनेवाले सभी पर्यटक वापस लौटते समय आमझरी पर्यटन संकुल में जिपलाईन का आनंद लेने के बाद ही अपने घरों को वापस लौटते है. आमझरीवासियों के लिए यह आमदनी का साधन है. सुबह से ही पर्यटकों का तांता यहां लग जाता है.
* जिप्सी युनियन ने जताई नाराजगी
मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की वनरक्षक ज्योती बैनर्जी द्बारा आज से जंगल सफारी बंद किए जाने के संदर्भ मेें जारी किए गये पत्र को लेकर जिप्सी चालक युनियन द्बारा नाराजगी जताई गई. युनियन अध्यक्ष इब्बू शाह ने कहा कि पिछले दो सालों से कोरोना के चलते चिखलदरा में आनेवाले पर्यटकों पर रोक लगा दी गई थी. जिससे जिप्सी चालको को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पडा था. चिखलदरा पर्यटन स्थल की सैर कराने के लिए युनियन के पास 50 जिप्सी गाडियां मौजूद है. इस साल पर्यटक भी काफी संख्या में दिखाई दे रहे है. ऐसे मेें जंगल सफारी बंद करने के आदेश प्राप्त हुए है. जिप्सी चालको के लिए यही एक मात्र आय का साधन है.

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