* गोंदिया समान हो रहा अमरावती, वाशिम, बुलढाणा का काम
* विभाग प्रमुख और आस्थापना नियुक्तियां होगी
अमरावती/दि.1- शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय आरंभ करने की दिशा में मंगलवार को एक और बडा कदम आगे हुआ है. जब प्रस्तावित महाविद्यालय के अधिष्ठाता के रुप में डॉ. अनिल बात्रा की नियुक्ति की घोषणा शासकीय अध्यादेश व्दारा की गई. इसके साथ ही अब आस्थापना तथा टीचिंग स्टॉफ की नियुक्ति होने वाली है. जानकारों आज दोपहर अमरावती मंडल से चर्चा में बताया कि सीविल अस्पताल इर्विन और जिला स्त्री अस्पताल डफरीन को मेडिकल कॉलेज हेतु देने से अब जिला शल्य चिकित्सक डीन के मातहत होंगे. उन्हें गांव देहात की स्वास्थ्य सेवाओं का जिम्मा संभालना पडेगा. तथापि विशेषज्ञों ने अभी भी इसी वर्ष से मेडिकल कॉलेज प्रवेश की संभावना पर शंका जताई है.
* गोंदिया समान आदेश, नियुक्तियां
जानकारों ने अमरावती मंडल को बताया कि, गोंदिया में भी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय 2016 में शुरु किया गया था. तब वहां भी इमारत तैयार नहीं थी. उसी प्रकार मेडिकल कॉलेज के लिए बीजीडब्ल्यू स्त्री अस्पताल और केपीएस सीविल अस्पताल को उपलब्ध करवाया गया था. अमरावती में डीन की नियुक्ति से पहले ही इर्विन और डफरीन को मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध किया गया है. दोनों अस्पताल मिलाकर 400 बेड हैं.
* दो मंत्रालयों का तालमेल आवश्यक
मेडिकल फिल्ड के जानकार ने बताया कि वैद्यकीय शिक्षा और स्वास्थ्य महकमा दो अलग-अलग विभाग है. इर्विन और डफरीन अस्पताल बेशक स्वास्थ्य महकमें अंतर्गत है. जबकि मेडिकल शिक्षा वैद्यकीय संशोधन व शिक्षा विभाग अधीन है. दोनों के मंत्री भी हसन मुश्रिफ और तानाजी सावंत अलग-अलग हैं. इसलिए दोनों विभागों के बीच तालमेल से अमरावती सहित 9 नए शासकीय मेडिकल कॉलेज की प्रत्यक्ष प्रवेश प्रक्रिया और पढाई शुरु होगी.
* पहले वर्ष की एडमिशन
मेडिकल कॉलेज के डीन के मनोनयन पश्चात पहले वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया की राह तांक रहे लोगों को थोडा इंतजार करने की सलाह जानकारों ने दी है. अमरावती हेतु 100 एमबीबीएस सीट को मंजूरी मिलने की संभावना है. जिससे सबसे पहले विभिन्न विभाग प्रमुख और प्राध्यापकों की नियुक्ति होगी.
* प्रथम वर्ष में तीन विषय
चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों ने बताया कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष हेतु तीन विषय एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायो केमिस्ट्री रहते हैं. अत: इसका टीचिंग स्टॉफ नियुक्त हो सकता है. दूसरे वर्ष से विषयों में बढोतरी के साथ स्टॉफ में इजाफा होगा. चौथे वर्ष तक विषयों की संख्या तेरह हो जाती है.
* सबसे पहले होगी आस्थापना की व्यवस्था
प्रशासकीय अधिकारी सहित आस्थापना की नियुक्तियों का क्रम अगला रहेगा. जिसमें कनिष्ठ और वरिष्ठ लिपिक, प्रयोगशाला तंत्रज्ञ, सहायक, अधीक्षक, वरिष्ठ सहायक आदि पदों पर नियुक्तियों के बाद प्रवेश शुरु होंगे. स्मरण करा दें कि वर्तमान में एमबीबीएस प्रवेश के राउंड आरंभ हो गए हैं. आगामी 30 अगस्त इसकी अंतिम तिथि है. जिससे मेडिकल क्षेत्र के विशेषज्ञों ने अगले वर्ष 2024 से 100 सीटों के साथ अमरावती शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के प्रवेश होने की गारंटी बोलकर बताई.