अमरावती

‘क्युआर कोड’ साबित हो रहा प्रभावी

रात की चोरियों में तीन प्रतिशत गिरावट

अमरावती-/ दि.25 ग्रामीण पुलिस थाना क्षेत्र में खासतौर पर शहरी भाग में ‘क्युआर कोड’ लगाए गए है. रात को पेट्रोलिंग करने वाले पुलिस को उस जगह जाकर ‘क्युआर कोड’ स्कैन करना बंधनकारक किया है. जिसके कारण पेट्रोलिंग के दौरान कामचोरी पर अंकुश लगेगा. फिलहाल जिलेभर में 512 ‘क्युआर कोड’ लगाए गए है. यह पैटर्न प्रभावी साबित हो रहा है. जिले के शहरी क्षेत्र (अमरावती शहर छोडकर) रात के समय चोरी की घटना में 3 प्रतिशत गिरावट आयी है. खासबात यह है कि, इस पैटर्न को लागू किये जाने के बाद से पिछले आठ माह में घर में घुसकर डकैती करने का अपराध एक भी नहीं हुआ है.
चोरी जैसी घटनाएं अधिकांश रात के समय होती है. उस समय पेट्रोलिंग प्रभावी तौर पर करने के लिए पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल ने आठ माह पूर्व जिले के बडे गांव व महत्वपूर्ण स्थानों पर ‘क्युआर कोड’ लगाने का निर्णय लिया. इसके कारण पिछले 8-9 माह से रात के वक्त चोरी की घटनाओं में भारी कमी आयी है. जिले में इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 9 अपराधों में कमी आयी है.

2021-22 में ग्रामीण क्षेत्र में हुई चोरी की घटना
2021 के अपराध 2022 के अपराध
गांव अपराध गांव अपराध
वरुड 04 वरुड 07
परतवाडा 11 परतवाडा 09
धारणी 03 धारणी 03
अंजनगांव 11 अंजनगांव 04
तलेगांव दशासर 01 तलेगांव दशासर 02
तिवसा 02 तिवसा 02
दत्तापुर 04 दत्तापुर 02
मोर्शी 14 मोर्शी 08
दर्यापुर 03 दर्यापुर 08
पथ्रोट 01 पथ्रोट 01
चांदूर रे. 08 चांदूर रे. 06
अचलपुर 05 अचलपुर 05
नांदगांव खं. 09 नांदगांव खं. 04
लोणी 02 लोणी 00
बेनोडा 04 बेनोडा 00
सरमसपुरा 01 सरमसपुरा 01
चांदूर बा. 01 चांदूर बा. 04
रहिमापुर 01 रहिमापुर 00
शिरजगांव 01 शिरजगांव 00
तिवसा 00 तिवसा 01
खोलापुर 00 खोलापुर 02
चिखलदरा 00 चिखलदरा 01

क्या है क्यूआर कोड पैटर्न
ग्रामीण पुलिस थाना क्षेत्र में पुलिस को पेट्रोलिंग करना पडता है. पुलिस थाना क्षेत्र के महत्वपूर्ण स्थानों पर क्युआर कोड लगाए गए है. पेट्रोलिंग पर रहने वाला दल इस क्युआर कोड के पास जाकर सेल्फि के साथ कोड स्कैन करते है. इसके लिए एक विशेष अप्लिकेशन पुलिस के स्मार्ट फोन में है. संबंधित पुलिस ने स्कैन व सेल्फि लिया तो वह तत्काल मुख्यालय के सिस्टम में आ जाता है. जिसके कारण कोई भी अधिकारी, कर्मचारी कितने बजे कहा पेट्रोलिंग कर रहा है, इसकी जानकारी मिलती है. इसके साथ ही पूरा लेखाजोखा भी रोजाना सुबह 8 बजे पुलिस अधिक्षक के समक्ष उपलब्ध रहता है. इस वजह से रात के समय पेट्रोलिंग रहने के बाद भी पेट्रोलिंग न करता हो, तो तत्काल पुलिस अधिक्षक के समझ में आता है. जिससे यह पैटर्न पुलिस अधिक्षक के समझ में आता है.

प्रभावी पेट्रोलिंग में सहायता
रात के समय पेट्रोलिंग पर हर अधिकारी व अमलदार को क्युआर कोड स्कैन करना ही पडता है. इसके कारण पहले की तुलना में रात की पेट्रोलिंग प्रभावी तौर पर हो रही है. रात के समय चोरी की घटनाओं में कमी आयी है.
– अविनाश बारगल, पुलिस अधिक्षक, अमरावती

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