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कर्फ्यू हटा, लेकिन अब भी सावधानी जरूरी

पिछले एक सप्ताह में हमने बहुत कुछ खोया, अब नहीं खोयेंगे

* अभी मार्केट को लाईन पर आने में लगेगा लंबा समय

* कुछ मात्रा में डर कायम, कई सवाल अब भी मन में

* 9 घंटे की ढील के बावजूद बाजारों में कहीं कोई खास रौनक नहीं

* केवल जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों पर दिख रही ग्राहकी

अमरावती/दि.20- विगत शुक्रवार 12 नवंबर व शनिवार 13 नवंबर को अमरावती शहर में हुई हिंसा व तोडफोड की घटना को आज एक सप्ताह पूरा हो गया और पूरे एक सप्ताह बाद आज पहली बार पुलिस द्वारा दिन के कर्फ्यू को हटाते हुए कर्फ्यू में पूरे 9 घंटे की छूट दी गई है. किंतु शहर में अब भी काफी हद तक डर, अविश्वास और संभ्रम का माहौल है. जिसकी वजह से बाजार तो खुले है, किंतु बाजारों मेें रौनक और दुकानों में ग्राहकी का कोई अता-पता नहीं है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, मार्केट को पहले की तरह लाईन पर आने में अभी काफी लंबा समय लगेगा. वहीं दूसरी ओर बीते एक सप्ताह के दौरान अमरावती शहरवासियों ने बहुत कुछ खोया है. साथ ही विगत सप्ताह के दौरान घटित हुई घटनाओं को सबक के तौर पर भी लिया गया है और अब आम जनमानस की यह भावना है कि, जो कुछ हो गया सो हो गया. किंंतु अब भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जायेगी.
बता दें कि, विगत सप्ताह शहर में जिस तरह से लगातार दो दिनों तक हिंसा व तोडफोड की घटनाएं घटित हुई, उसे देखते हुए शहर पुलिस द्वारा शनिवार 13 नवंबर की दोपहर से पूरे शहर में कर्फ्यू व इंटरनेट बंदी को लागू कर दिया गया था. ऐसे में शनिवार 13 नवंबर से लेकर गत रोज शुक्रवार 19 नवंबर तक अमरावती शहर में सभी तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद थे और जगह-जगह पर लगाये गये पुलिस बंदोबस्त के चलते सडकों पर आम लोगों की आवाजाही भी प्रतिबंधित थी. ऐसे में आम जनजीवन एक सप्ताह तक पूरी तरह से ठप्प रहा. हालांकि इस दौरान आम नागरिकों की जरूरतों को देखते हुए शहर पुलिस द्वारा धीरे-धीरे जीवनावश्यक वस्तुओें की दुकानों के लिए कर्फ्यू में कुछ समय की ढील दी जाती रही. वहीं अब शहर में एक सप्ताह से हालात पूरी तरह शांत व सामान्य हो जाने को देखते हुए शहर पुलिस द्वारा आज एक सप्ताह बाद दिन के कर्फ्यू को हटाने का निर्णय लिया गया है. जिसके तहत सुबह 9 से शाम 6 बजे तक शहर में सभी तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठानों तथा निजी कार्यालयों को खुलने की अनुमति प्रदान की गई है. वहीं शाम 6 बजे से अगले दिन सुबह 9 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू रहेगा. किंतु आज सुबह 9 बजे कर्फ्यू में ढील मिलने के बाद शहर की सभी दुकाने खुलने के पश्चात पाया गया कि, बाजारों और दुकानों में कोई खास ग्राहकीवाला माहौल नहीं है और लोगबाग अब भी किसी अनिष्ट की आशंका से डरे व सहमे है. जिसकी वजह से स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ बाहर के ग्राहक भी अमरावती के बाजार में आने से कतरा रहे है.

* एक सप्ताह में हुआ 1 हजार करोड का नुकसान

उल्लेखनीय है कि, विगत एक सप्ताह के दौरान अमरावती शहर में साग-सब्जी से लेकर सोना-चांदी तक और अनाज बाजार से लेकर कपडा बाजार तक सभी कुछ पूरी तरह से बंद रहे. जबकि इस वर्ष जारी नवंबर माह सहित आगामी दिसंबर से मार्च माह तक शादियों का भरपूर सीझन है. ऐसे में अभी जैसे-तैसे कोविड संक्रमण और लॉकडाउन से बाहर निकलकर व्यापारियों ने दीपावली सहित शादी-ब्याह के सीझन को लेकर जबर्दस्त तैयारियां की थी. किंतु तभी हिंसा, दंगे व कर्फ्यू की मार पड गई. स्थानीय बाजार सूत्रों के मुताबिक बीते एक सप्ताह तक कर्फ्यू के चलते बाजार बंद रहने की वजह से अमरावती शहर में व्यापार-व्यवसाय का करीब 1 हजार करोड रूपयों का नुकसान हुआ है. साथ ही जब तक हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाते और कर्फ्यू पूरी तरह से खत्म नहीं होता है, तब तक व्यापार पहले की तरह पटरी पर भी नहीं लौटेगा.

* शादी-ब्याह के सीझन से थी जबर्दस्त उम्मीदे

ज्ञात रहें कि विगत डेढ वर्ष के दौरान कोविड की संक्रामक महामारी और लॉकडाउन के चलते व्यापार-व्यवसाय लंबे समय तक ठप्प रहे. उस दौरान लोगों की आय व रोजगार के साधन घट जाने की वजह से पर्व एवं त्यौहारों सहित शादी-ब्याह की रौनक एकदम फीकी रही. वहीं विगत अक्तूबर माह में अनलॉक की प्रक्रिया के तहत बडे पैमाने पर छूट मिलने के बाद दशहरा व दीपावली के पर्व पर सभी क्षेत्रों में अच्छी-खासी ग्राहकी रही. ऐसे में व्यापारियों को उम्मीद जागी थी कि, इस बार शादियां बडी धुमधाम से होंगी और ग्राहकी का अच्छा-खासा माहौल भी रहेगा. जिससे विगत दो वर्षों का घाटा और कसर पूरे हो जायेगे. किंतु अभी दीपावली का पर्व जैसे-तैसे बीता ही था और शादी के सीझन को लेकर जबर्दस्त तैयारियां व्यापारियों द्वारा की गई थी. किंतु सीझन की ग्राहकी जोर पकडती, उससे पहले ही विगत शनिवार व रविवार को हुई हिंसक वारदातों के चलते शहर में एक हफ्ते का कर्फ्यू लागू हो गया. जिससे एक बार फिर तमाम तरह के व्यापार-व्यवसाय ठप्प हो गये. साथ ही अब केवल दिन के समय कर्फ्यू में छूट मिली है. किंतु रोजाना सुबह करीब चार घंटे तक तो केवल जीवनावश्यक वस्तुओं की ही ग्राहकी चलती है. इसके बाद सोना-चांदी, बर्तन व कपडा बाजार में ग्राहकी का दौर शुरू होता है, जो देर रात तक चलता है. किंतु फिलहाल शाम 6 बजे तक ही बाजार खुलने की अनुमति है. ऐसे में बाहरगांव से खरीददारी हेतु आनेवाले ग्राहकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड सकता है. साथ ही फिलहाल बाहरगांव के खरीददारों में अमरावती के हालात को लेकर काफी हद तक डर व संभ्रम का माहौल है. जिसके चलते कर्फ्यू में ढील के बावजूद पहले की तरह ग्राहकी का माहौल नहीं दिखाई दे रहा.

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