* अगले तीन दिनों तक इंटरनेट भी रहेगा बंद
* एडीजी राजेंदर सिंह ने पत्रवार्ता में दी जानकारी
अमरावती/दि.16- अमरावती शहर में जब तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाती, तब तक कर्फ्यू को जारी रखा जायेगा. इसके तहत आगामी शनिवार तक रोजाना केवल दोपहर 2 से 4 बजे तक जीवनावश्यक वस्तुओें की खरीददारी हेतु कर्फ्यू में ढील दी जायेगी. वहीं रविवार को हालात की समीक्षा करते हुए सोमवार 22 नवंबर से कर्फ्यू हटाने के बारे में निर्णय लिया जायेगा. इस आशय की जानकारी राज्य के पुलिस महासंचालक (कानून व व्यवस्था) राजेेंदर सिंह द्वारा दी गई.
स्थानीय शहर पुलिस आयुक्तालय के सभागार में बुलाई गई पत्रवार्ता में स्थानीय मीडिया के साथ बातचीत करते हुए एडीजी राजेंदर सिंह द्वारा उपरोक्त बात कही गई. इस समय शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह भी पत्रवार्ता में उपस्थित थी. इस पत्रवार्ता के दौरान विगत शुक्रवार व शनिवार को घटित हिंसक वारदातों की विश्लेषणात्मक जानकारी देते हुए एडीजी राजेंदर सिंह ने कहा कि, उन घटनाओं के चलते शहर में अब भी माहौल कुछ हद तक तंग है. किंतु अब चारों ओर शांति है, लेकिन हालात अभी इतने सामान्य नहीं हुए है कि, कर्फ्यू को तुरंत हटा लिया जाये. ऐसे में इस कर्फ्यू को शनिवार 20 नवंबर तक को यथावत रखा जायेगा तथा इस दौरान रोजाना दोपहर 2 से 4 बजे तक जीवनावश्यक वस्तुओं की खरीददारी हेतु कर्फ्यू में ढील दी जायेगी. वहीं अगले तीन दिनों तक अमरावती शहर में इंटरनेट भी बंद रहेगा, ताकि सोशल मीडिया के जरिये किसी भी तरह की अफवाहें न फैल पाये.
* 12 को नहीं दी गई थी किसी मोर्चे की अनुमति
इस पत्रवार्ता में एडीजी राजेंदर सिंह ने पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, बीते शुक्रवार 12 नवंबर को अमरावती शहर में किसी भी मोर्चे के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गई थी और बिना अनुमति निकाले गये मोर्चे के दौरान शहर में करीब 16 जगहों पर तोडफोड हुई थी. जिसके बाद दूसरे दिन शनिवार 13 नवंबर की सुबह 10 से 4 बजे तक शहर में अनेकों स्थानों पर तोडफोड व आगजनी की घटनाए हुई. जिसकी वजह से हालात लगातार बेकाबू होते चले गये. ऐसे में हालात को नियंत्रित करने हेतु शनिवार की दोपहर 2 बजे से शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया. साथ ही अफवाहों को फैलने से रोकने हेतु इंटरनेट को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया, ताकि सोशल मीडिया साईटस् के जरिये कोई भी किसी भी तरह की अफवाहें न फैला सके. विगत तीन-चार दिनों से शहर में जारी हालात की लगातार समीक्षा की जा रही है. जिसके तहत अब तक मिले इनपुटस् के आधार पर निर्णय लिया गया है कि, आगामी शनिवार तक कर्फ्यू को जारी रखा जायेगा और इस दौरान रोजाना दोपहर 2 से 4 बजे तक केवल दो घंटे की छूट दी जायेगी, ताकि लोगबाग जीवनावश्यक वस्तुओं की खरीददारी कर सके. इसके साथ ही अगले तीन दिनोें तक इंटरनेट को भी अमरावती शहर में बंद रखा जायेगा.
* सोमवार से रात्रीकालीन कर्फ्यू पर विचार
इस पत्रवार्ता में एडीजी राजेंदर सिंह ने बताया कि, यदि शनिवार तक अमरावती शहर में हालात पूरी तरह से शांत व नियंत्रित हो जाते है, तो रविवार को स्थिति की समीक्षा करते हुए सोमवार से कर्फ्यू हटाये जाने के बारे में विचार किया जायेगा. किंतु कर्फ्यू एकदम से पूरी तरह नहीं हटाया जायेगा, बल्कि सोमवार के बाद रात्रीकालीन कर्फ्यू जारी रहेगा.
* 38 मामलों में 188 गिरफ्तार, कईयों की तलाश जारी
इस समय एडीजी राजेंदर सिंह ने यह भी बताया कि, 12 व 13 नवंबर को हुई हिंसक वारदातों में कुल 38 अपराधिक मामले दर्ज किये गये है. जिसमें से 12 तारीख को 13 तथा 13 तारीख को 27 मामले दर्ज हुए है. इन सभी मामलों में लूटपाट, दंगा, आगजनी तथा जानलेवा हमले से संबंधित धाराएं जोडी गई है और 8 हजार 364 लोगों को नामजद किया गया है. जिनमें से अब तक 188 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं बाकियों की तलाश जारी है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, इन दो दिनों के दौरान तोडफोड व आगजनी में करीब 40 लाख रूपयों की संपत्ति का नुकसान हुआ है और कई लोगों को चोटें भी आयी है. जिनमें 10 पुलिसवाले भी शामिल है.
* घटनावाले दिन के फोटोज व वीडियोज खंगाले जा रहे
एडीजी राजेंदर सिंह ने बताया कि, 12 व 13 नवंबर को हुई हिंसा एवं तोडफोड की घटनाओं के सभी फोटोज व वीडियोज पुलिस द्वारा खंगाले जा रहे है. जिसके तहत विभिन्न घटनास्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के साथ-साथ कई लोगों सहित पुलिस कर्मियों द्वारा निकाले गये फोटोज व वीडियोज भी देखे जा रहे है. इसके साथ ही विगत कुछ दिनों के दौरान अलग-अलग लोगों द्वारा धार्मिक भावनाएं भडकाने व लोगों को उकसाने हेतु सोशल मीडिया पर शेअर किये गये वीडियोज को भी पुलिस द्वारा देखा जा रहा है. यह जांच पूरी होने के बाद जो भी लोग इस हिंसा और दंगे के मामले में दोषी पाये जायेंगे, उनमें से किसी को भी छोडा नहीं जायेगा तथा हर एक के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जायेगी.
* खुफिया तंत्र की होगी समीक्षा
विगत शुक्रवार को रजा अकादमी के आवाहन पर मुस्लिम समुदाय द्वारा निकाले गये मोर्चे को लेकर पुलिस को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी और मोर्चे के लिए किसी तरह की कोई अनुमति भी नहीं मांगी गई थी. इसके बावजूद यह मोर्चा निकला और इसके बाद मोर्चे के दौरान हुई तोडफोड से माहौल बिगडा. ऐसे में खुफिया विभाग के पास पहले से इस मोर्चे और मोर्चे में हजारों लोगों का जमावडा होने को लेकर कोई जानकारी क्योें नहीं थी, इस सवाल पर एडीजी राजेंदर सिंह ने कहा कि, खुफिया तंत्र की व्यापक स्तर पर समीक्षा की जायेगी तथा शुक्रवार 12 नवंबर को खुफिया तंत्र कहां चूक कर गया, इसे भी देखा जायेगा. किंतु फिलहाल पहली प्राथमिकता अमरावती शहर में हालात को सामान्य व शांतिपूर्ण बनाये रखने की है. जिस पर पुलिस महकमे द्वारा पूरा ध्यान दिया जा रहा है. जिसके तहत शांतता समिती के जरिये मोहल्ला मिटींग करवायी जा रही है, ताकि लोगों के बीच आपसी सद्भाव व विश्वास का माहौल बनाया जा सके.